नई दिल्ली, 11 मार्च . भारत और मॉरीशस के संबंधों को बढ़ावा देने के मकसद से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 11 से13 मार्च तक मॉरीशस दौरे पा रहेंगी. यहां वो ‘राष्ट्रीय दिवस समारोह’ में विशेष अतिथि के रूप में शिरकत करेंगी.
12 जनवरी को होने जा रहे इस समारोह में भारतीय जल सेना का दस्ता हिस्सा लेगा. इसके अलावा इसमें भारतीय नौसेना के पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के दो जहाज – आईएनएस तीर और सीजीएस सारथी हिस्सा लेकर इसकी शोभा बढ़ाएंगे.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर कहा, “यह कदम भारत और मॉरिशस के संबंधों को प्रगाढ़ करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मॉरिशश के दौरे पर जाएंगी. राष्ट्रपति विशेष अतिथि के रूप में राष्ट्रीय दिवस समारोह में भी हिस्सा लेंगी.”
इस दौरे के दौरान राष्ट्रपति मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनॉथ के साथ मिलकर 14 भारत समर्थित परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगी. यह भारत की विकास साझेदारी के बढ़ते विस्तार और बहुआयामी स्वरूप को प्रदर्शित करता है.
राष्ट्रपति मुर्मू से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुगनॉथ के साथ मिलकर अगालेगा द्वीप में छह अन्य सामुदायिक विकास परियोजनाओं के साथ हवाई पट्टी और एक घाट का उद्घाटन किया था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने पिछले हफ्ते कहा था, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छठी ऐसी राष्ट्रपति हैं, जो 2000 के बाद से ‘राष्ट्रीय दिवस’ पर विशेष अतिथि के रूप में शिरकत करने जा रही हैं. राष्ट्रपति का मॉ़रिशस दौरा दोनों देशों के बीच बहुकालीन और चिरस्थायी रिश्ते को रेखांकित करता है.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस दौरान अपनी समकक्ष पृथ्वीराजसिंग रूपन और प्रधानमंत्री जुगनॉथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी.
इसके अलावा, वह मॉरीशस नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, मॉरीशस सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और अन्य महत्वपूर्ण मॉरीशस नेताओं से मुलाकात करेंगी.
विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति उन प्रमुख द्विपक्षीय समझौतों के आदान-प्रदान के भी गवाह बनेंगी जो दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संस्थागत सहयोग और क्षमता निर्माण सहयोग को मजबूत करना चाहते हैं.
इसके अलावा राष्ट्रपति पैम्पलेमोसेस बॉटनिकल गार्डन में मॉरिशस के नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. इसके बाद वह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों पर भी जाएंगी.
राष्ट्रपति अपने दौरे के दौरान अप्रवासी घाट भी जाएंगी. बता दें कि यहीं पर सबसे पहले भारतीय अनुबंधित श्रमिक पहुंचे थे. इसके बाद वो अंतरमहाद्वीपीय दासता संग्रहालय और पवित्र गंगा तालाब भी जाएंगी.
इसके अलावा, वह मॉरीशस विश्वविद्यालय में मॉरीशस के युवाओं और सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों, भारतीय प्रवासियों के सदस्यों और महात्मा गांधी संस्थान में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगी.
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एसएचके/