नई दिल्ली, 10 मार्च . विकसित भारत एंबेसडर अभियान के तहत देश भर में रविवार को कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के इस अभियान के साथ बड़ी संख्या में लोग जुड़ते जा रहे हैं. अभियान से जुड़ने वालों में सबसे बड़ी तादाद युवाओं की है. विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के अभियान में ये युवा जुट गए हैं.
अभियान को आगे बढ़ाने में नमो ऐप महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इस ऐप के जरिए कम से कम 10 व्यक्तियों को ‘विकसित भारत का एंबेसडर’ बनाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी लगातार देश के युवाओं से विकसित भारत के सपने को पूरा करने के संकल्प का एंबेसडर बनने का आह्वान कर रहे हैं.
इस आह्वान का जमीन पर सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में विकसित भारत एंबेसडर अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है. अभी हाल ही में भारत की आईटी कैपिटल बेंगलुरु में विकसित भारत एंबेसडर अभियान की कई बैठकें हुईं. इन बैठकों में कई विजनरी, लीडर्स और स्टार्टअप फाउंडर्स एक साथ आए. सभी ने 2047 तक भारत को विकसित बनाने की प्रतिबद्धता जताई.
इस कार्यक्रम में तीन बार के ग्रैमी अवॉर्ड विनर रिकी केज ने कहा कि भारत अब दुनिया भर में अधिक सम्मान का हकदार है. रिकी केज की ये भावना विकसित भारत एंबेसडर सम्मान के लिए एक सूत्र के समान है. इस अभियान के तहत जिस 100 डेज चैलेंज की शुरुआत हुई है, उसे देश के युवाओं ने हाथों हाथ लिया है. इसके तहत कई तरह के बेहद ही महत्वपूर्ण और संदेशवाहक अभियान चलाए जा रहे हैं.
इनमें मोदी सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की बेहद लंबी कतार शामिल है. सेल्फी विद लाभार्थी, सेल्फी विद किसान और सेल्फी विद फर्स्ट वोटर जैसे अभियानों ने देश के लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया है. नमो ऐप के माध्यम से चल रहे इन अभियानों में न सिर्फ देश की शहरी और ग्रामीण जनता बड़ी तादाद में हिस्सेदार बन रही है, बल्कि ये एक सपने को पूरा करने के सामूहिक संकल्प की प्रतिध्वनि बनकर भी उभर रहा है.
”यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है” के मूलमंत्र के साथ बढ़ती विकसित भारत एंबेसडर अभियान की यात्रा अब एक आंदोलन में तब्दील होती जा रही है. यह यात्रा सभी क्षेत्रों के नागरिकों को विकसित भारत के लिए आवाज उठाने के संकल्प से सराबोर करती नजर आ रही है.
विकसित भारत एंबेसडर अभियान पीएम मोदी की विकासोन्मुखी नीतियों पर भरोसा करने और उसे जन-जन तक पहुंचाने की सोच का शंखनाद बन चुका है. देश में राजनीतिक स्थिरता, तेज आर्थिक विकास, सामाजिक सरोकार, कोरोना जैसी आपदा से उबरने और उठ खड़े होने की संकल्प शक्ति जैसी अनेक गौरवशाली उपलब्धियां इस अभियान का साकार रूप बनकर उभरी हैं.
दुनिया भारत को आज एक बड़ी राजनीतिक, सामरिक और आर्थिक ताकत के तौर पर पहचान रही है. स्थिति यह है कि यूक्रेन-रूस युद्ध से लेकर इजरायल-हमास युद्ध सरीखी आपदाओं में भी दुनिया भारत की ओर देख रही है. उससे हस्तक्षेप करने, बीच का रास्ता निकालने की गुहार लगा रही है. भारत दुनिया को वैक्सीन मुहैया करा रहा है. उसकी राजनीतिक, आर्थिक समस्याओं में मदद का साझीदार बन रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी की सोच एकदम साफ है. उनके मुताबिक यही समय, सही समय है. यह वो समय है जब ‘विकसित भारत’ की उपलब्धियों को जोर-शोर से बताने का अभियान शुरू करना चाहिए. इसके पीछे आधारभूत जमीनी सच्चाई है. दुनिया भारत की ताकत का लोहा मान रही है. ऐसे में ये महान उपलब्धि लोगों के मानस पटल पर गर्व की शक्ल में अंकित होनी चाहिए.
मोदी का सपना इस विकसित भारत एंबेसडर अभियान के जरिए एक ऐसी पीढ़ी तैयार करने का है, जो अपनी जड़ों, अपनी उपलब्धियों पर गर्व करे. जो राष्ट्र के निरंतर विकास की धुरी बने. जो विकसित भारत के सपने को पूरा करने के महाअभियान का संकल्प सूत्र बन सके.
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जीकेटी/