गांधीनगर, 9 मार्च . गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने शनिवार को 1,500 करोड़ रुपये के संयुक्त निवेश के साथ दो योजना “नमो लक्ष्मी योजना” और “नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना” का अनावरण किया.
अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में इस योजना का लोकार्पण किया गया. इसके अलावा उन्होंने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा को बढ़ाने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला.
इस कार्यक्रम में गुजरात के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
2024-25 के राज्य बजट में 1250 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ ‘नमो लक्ष्मी योजना’ माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने वाली लड़कियों को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया गया है.
यह सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में लगभग 10 लाख लाभार्थियों को लक्षित करते हुए कक्षा 9 से 12 तक की शिक्षा पूरी करने वाली प्रत्येक लड़की को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करता है. इस पहल का उद्देश्य नामांकन को बढ़ावा देना, स्कूल छोड़ने की दर पर अंकुश लगाना और शिक्षा और पोषण के माध्यम से सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है.
राज्य नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना के साथ कक्षा 11-12 के छात्रों के बीच विज्ञान शिक्षा को भी बढ़ावा दे रहा है.
शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से शुरू होकर यह योजना उन छात्रों का समर्थन करेगी, जिन्होंने अपनी कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में 50 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, जिससे राज्य सरकार, सहायता प्राप्त और सीबीएसई-मान्यता प्राप्त स्कूलों में विज्ञान धाराओं में उनके प्रवेश की सुविधा होगी.
250 करोड़ रुपये के बजटीय प्रावधान के साथ, यह योजना प्रत्येक पात्र छात्र को 25,000 रुपये की सहायता प्रदान करती है.
ये योजनाएं लगभग 15 लाख छात्रों को लाभान्वित करेगी, जो सालाना डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभार्थी हस्तांतरण) के माध्यम से सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं.
लॉन्च इवेंट में विभिन्न योग्यता छात्रवृत्ति और उत्कृष्ट विद्यालय कार्यक्रमों के तहत 60,000 से अधिक छात्रों को 61 करोड़ रुपये के लाभ का वितरण किया गया.
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