नई दिल्ली, 6 मार्च . अनुभवी भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उस घटना का खुलासा किया है, जब राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें तीसरे टेस्ट के दौरान परिवार में मेडिकल इमरजेंसी के कारण घर वापस जाना पड़ा था.
अश्विन को फैमली मेडिकल इमरजेंसी स्थिति के कारण तीसरे टेस्ट मैच में दूसरे दिन के खेल के बाद मैच से हटना पड़ा.
अश्विन ने राजकोट में तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली के रूप में अपना 500वां टेस्ट विकेट लिया था और इस उपलब्धि पर दूसरे सबसे तेज 500 विकेट लिए थे.
हालांकि, तीसरे दिन प्लेइंग-11 से बाहर रहने के बाद अश्विन तीसरे टेस्ट के चौथे दिन टीम में फिर से शामिल हो गए.
ईएसपीएनक्रिकइन्फो ‘द क्रिकेट मंथली’ के साथ एक इंटरव्यू में अश्विन ने इस घटना पर प्रकाश डाला और इसे अपने करियर का सबसे घबराहट वाला क्षण बताया.
अश्विन ने कहा, “पूरा परिवार क्रिकेट पर और मेरे करियर को सुविधाजनक बनाने के लिए बना है. यह आसान नहीं है. यह उनके लिए बहुत कठिन रहा है. यह उनके लिए एक बड़ा रोलर-कोस्टर रहा है. मुझे यकीन है कि अधिकांश माता-पिता और परिवार ऐसे ही हैं, लेकिन मेरे माता-पिता का जीवन मेरे क्रिकेट से और भी अधिक जुड़ा हुआ है.”
अश्विन ने अपने 100वें टेस्ट पर पहुंचने की अविश्वसनीय उपलब्धि पर चर्चा करते समय विशेष रूप से अपने माता-पिता, पत्नी और मां का उल्लेख किया.
अनुभवी स्पिनर ने इस सफर में अपने परिवार द्वारा किए गए त्याग को स्वीकार किया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया.
धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ 7 मार्च से शुरू होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट के दौरान अश्विन ट्रेस्ट प्रारूप में अपना 100वां मैच खेलेंगे.
राजकोट में चल रही श्रृंखला के तीसरे टेस्ट में अश्विन 500 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले 9वें और अनिल कुंबले के बाद दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए. जो मुथैया मुरलीधरन, शेन वार्न, जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, कुंबले ग्लेन मैक्ग्रा, कॉर्टनी वाल्श और नाथन लियोन जैसे गेंदबाजों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए.
इसके अलावा, उन्होंने घरेलू टेस्ट में 350 विकेट की बाधा को तोड़ दिया और कुंबले को पीछे छोड़ते हुए भारत के शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए.
अश्विन ने 99 टेस्ट मैचों में 507 विकेट, 116 वनडे में 156 विकेट और 65 टी20 में 72 विकेट लिए हैं.
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एएमजे/आरआर