नई दिल्ली, 6 मार्च . इराक, वियतनाम, सऊदी अरब और यूके जैसे प्रमुख बाजारों में भारत के कृषि उत्पादों के निर्यात में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल-नवंबर 2023 में क्रमशः 110, 46, 18 और 47 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों से यह पता चला.
एपीडा ने कहा कि उसकी दूरंदेशी रणनीति में कुछ उत्पादों पर निर्भरता कम करने और मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाने के लिए ताजे फल, सब्जियां, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और पशु संबंधी प्राथमिकता वाले उत्पादों पर केंद्रित पहल के साथ भारत की निर्यात टोकरी का विस्तार करने की दिशा में बदलाव शामिल है.
निर्यातकों से मिले फीडबैक के जवाब में एपीडा तुर्की, दक्षिण कोरिया, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और जापान जैसे उभरते बाजारों के नए मेलों में भागीदारी शुरू करने का भी नेतृत्व कर रहा है. इस सक्रिय दृष्टिकोण का उद्देश्य भारतीय निर्यातकों के लिए अधिक बाजार पहुंच को सुविधाजनक बनाना और सतत विकास के अवसरों को बढ़ावा देना है.
यूरोप, लैटिन अमेरिका और एशिया जैसे प्रमुख बाजारों में विस्तार पर ध्यान देने के साथ, एपीडा का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए वैश्विक सुपरमार्केट के साथ छोटी साझेदारी बनाना है.
इसके अलावा, संगठन अनुसंधान संस्थानों के साथ सहयोग के जरिए समुद्री प्रोटोकॉल स्थापित करके निर्यात की परिवहन लागत को कम करने पर काम कर रहा है.
एपीडा के एक बयान के अनुसार, स्वस्थ और अधिक विविध खाद्य परिदृश्य विकसित करने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप श्री अन्न-बाजरा को बढ़ावा देने के लिए भी ठोस प्रयास किए जा रहे हैं. पिछले वर्ष, अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष-2023 के दौरान विशेष ध्यान देने के साथ एपीडा ने श्री अन्न ब्रांड के तहत विभिन्न प्रकार के मूल्यवर्धित उत्पादों के विकास और एकीकरण की दिशा में काम किया है.
इस रणनीतिक पहल ने पास्ता, नूडल्स, नाश्ता अनाज, आइसक्रीम, बिस्कुट, एनर्जी बार और स्नैक्स सहित विभिन्न मूल्यवर्धित उत्पादों के निर्माण और मुख्यधारा में लाने का नेतृत्व किया है. इन उत्पादों को निर्यात मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत किया गया है.
–
एसजीके/