रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘बैटल ऑफ नौशेरा’ की टीम का बढ़ाया हौसला

नई दिल्ली, 6 मार्च . ‘नौशेरा की लड़ाई’ पर फिल्म बनाने वाले निर्माता विकास बहल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना ने अपना समर्थन दिया है. पीरियड ड्रामा ‘बैटल ऑफ नौशेरा’ की घोषणा के बाद बहल और उनकी टीम ने रक्षा मंत्री से मुलाकात की.

फिल्म की कहानी में ‘नौशेरा के शेर’ कहे जाने वाले ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान के महान योगदान, उनके नेतृत्व और भारत की रक्षा के लिए उनके अंतिम बलिदान को दिखाया जाएगा.

इस फिल्‍म को अपना समर्थन देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की वीरता और बलिदान की सराहना की, 1947-48 के कठिन समय में राष्ट्र की रक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया.

बहल और उनकी टीम ने दिल्ली में राजनाथ सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की और उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के जर्नलिस्‍ट और सैन्य इतिहास, युद्धों और विद्रोहों पर कई किताबें लिखने वाले लेखक नितिन ए गोखले भी माैजूद थे.

गोखले एक सलाहकार के रूप में इस परियोजना का हिस्सा होंगे और निदेशक के साथ मिलकर काम करेंगे.

‘नौशेरा के शेर’ के योगदान की सराहना करते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा, “ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान के साहस, उनकी देशभक्ति की भावना और मातृभूमि के प्रति उनके अमूल्य योगदान को प्रशंसित किया जाना चाहिए.”

उन्होंने कहा, ”वह 1947-48 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना के सर्वोच्च रैंकिंग अधिकारी थे, जिन्होंने भारत की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, पिछले कई वर्षों से मैं राष्ट्र के प्रति उनके निस्वार्थ कर्तव्य और सेवा को याद कर रहा हूं. मैं अपने भाषणों में राष्ट्र के प्रति उनके निस्वार्थ कर्तव्य और सेवा के बारे में बात करता हूं.”

उन्‍होंने कहा, “मुझे खुशी है कि टीम ने फिल्म बनाने के लिए इस विषय को चुना है. मेरी ओर से उन्हें शुभकामनाएं.”

यह फिल्म ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान के नेतृत्व, महावीर चक्र के साथ-साथ परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता नाइक जदुनाथ सिंह और बाल सैनिकों के नाम से जाने जाने वाले बहादुर बच्चों के कार्यों पर प्रकाश डालेगी.

विकास बहल ने कहा, “हम राजनाथ सिंह और भारतीय सेना के उनके अटूट समर्थन के लिए बहुत आभारी हैं. हम अपने देश के नायकों की वीरता को दिखाने की इस यात्रा पर निकल रहे हैं. उनकी असाधारण कहानी को सिल्वर स्क्रीन पर लाने की जिम्मेदारी लेना हमारा कर्तव्य और परम सौभाग्य है.”

उन्‍होंनेे कहा, “यह फिल्म उन लोगों की अदम्य भावना और बलिदान के प्रति हमारी हार्दिक श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने बहादुरी से हमारी मातृभूमि की रक्षा की और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया.”

एमकेएस/