कोलकाता, 5 मार्च . पश्चिम बंगाल के तारकेश्वर विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस विधायक रामेंदु सिन्हा राॅय ने अयोध्या में राम मंदिर के बारे में वायरल अपनी विवादास्पद टिप्पणी पर मंगलवार को स्पष्टीकरण दिया.
उन्होंने कहा कि उनके बयान के सिर्फ एक हिस्से को हाईलाइट किया जा रहा है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सिन्हा राॅय ने कहा कि वीडियो में उनके पूरे भाषण का एक छोटा सा हिस्सा दिखाया गया है और इसे संदर्भ से बाहर उद्धृत किया गया है.
उन्होंने कहा,“ वीडियो में मेरे भाषण का केवल एक छोटा सा हिस्सा दिखाया गया है. उस हिस्से को विपक्ष के नेता द्वारा लोगों को गुमराह करने के लिए सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है.
राॅय ने कहा,मेरा कहना था कि हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार, मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा या उसकी पूजा अधूरे मंदिर में नहीं की जा सकती. मैं बस इतना कहना चाहता था कि निर्धारित अनुष्ठानों की अनदेखी करते हुए राजनीतिक मकसद से प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया. अब इसके एक छोटे हिस्से को वायरल कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है.
लेकिन, प्रदेश बीजेपी नेताओं ने उनकी इस सफाई को खारिज कर दिया.
जहां सुवेंदु अधिकारी ने राॅय के खिलाफ एफआईआर कराने की धमकी दी है, वहीं बीजेपी विधायक बिमान घोष ने कहा है, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर राम मंदिर का निर्माण किया गया.
घोष ने कहा,”सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक की टिप्पणियों के कारण हिंदू धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं. हम ऐसी टिप्पणियों के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे. हम स्थानीय आरामबाग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा रहे हैं.”
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