नई दिल्ली, 5 मार्च . आरबीआई ने 4 मार्च यानि सोमवार को आईआईएफएल फाइनेंस को तत्काल प्रभाव से गोल्ड लोन देने पर रोक लगा दी थी. आरबीआई के आदेश के बाद मंगलवार को आईआईएफएल फाइनेंस के शेयरों में 20 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया. शेयर 20 फीसदी गिरावट के साथ 478.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक रिपोर्ट में कहा, “हमारा मानना है कि यह आईआईएफएल के लिए एक बड़ा झटका है. इसके गोल्ड लोन का हिस्सा 32 प्रतिशत है और कंपनी द्वारा दिए गए उधार का एक बड़ा हिस्सा गोल्ड लोन में है. चूंकि ये प्रक्रिया-संबंधी खामियां हैं, इसलिए कंपनी गोल्ड लोन पोर्टफोलियो को सुधारने के लिए नियामक के साथ काम कर सकती है.”
रिपोर्ट में कहा गया, यह प्रतिबंध कब तक प्रभावी रहेगा, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. आईआईएफएल के मुनाफे पर इस प्रतिबंध का कितना प्रभाव पड़ेगा, यह भी कह पाना मुश्किल है.
आरबीआई ने मार्च 2023 तक कंपनी की वित्तीय स्थिति को लेकर किए गए निरीक्षण के निष्कर्षों को भी साझा किया. नियामक ने आईआईएफएल के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में कुछ चिंताएं देखी, जिसमें सोने के मूल्यांकन और शुद्धता के प्रमाणन और शुद्ध वजन में गंभीर विचलन शामिल हैं.
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