संयुक्त राष्ट्र, 3 मार्च . संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में राहत सामग्री वितरण के दौरान हुई हिंसक घटना में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने पर गहरी चिंता जताई और इस घटना में इजरायली रक्षा बलों के शामिल होने की बात भी कही .
परिषद ने शनिवार शाम बयान जारी कर कहा कि सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए.
यह बयान जापान के स्थायी प्रतिनिधि यामाजाकी काज़ुयुकी द्वारा परिषद की अध्यक्षता करते हुए आया.
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएन-ओसीएचए) की टिप्पणियों का हवाला देते हुए बयान में उन खबरों का उल्लेख किया गया है कि घटनास्थल पर इजरायली सैनिकों ने लोगों को गोली मार दी.
बयान में कहा गया कि, “सुरक्षा परिषद के सदस्य उन खबरों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त करते हैं, जिनमें कहा गया है कि गाजा शहर के दक्षिण-पश्चिम में 100 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी और कई सौ अन्य घायल हो गए.
इसमें कहा गया, “परिषद के सदस्य इजरायल द्वारा की जा रही घटना की जांच पर नजर हुए रखे हैं.”
परिषद की ओर से जारी सर्वसम्मति बयान इस बात का संकेत है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दबाव में अब इज़रायन की होने वाली आलोचना का विरोध कम कर दिया.
गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिका ने गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव पर वीटो कर दिया था.
20 फरवरी को अल्जीरिया द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम प्रस्ताव पर वीटो करते हुए अमेरिका ने कहा कि वह गाजा पर अपना प्रस्ताव पेश कर रहा है.
इस पर गुरुवार को विचार होने की उम्मीद है.
परिषद ने चेतावनी दी है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो गाजा में 2.2 मिलियन लोगों को गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षा का सामना करना पड़ेगा.
बयान में इज़रायल से गाजा में हर प्रकार की मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए सीमा पर स्थित क्रासिंग को को खुला रखने, अतिरिक्त क्रॉसिंग खोलने, पूरे गाजा पट्टी में लोगों को राहत सामग्रियों के त्वरित और सुरक्षित वितरण में सहयोग का आग्रह किया गया..
–
/