भोपाल, 3 मार्च . भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में 24 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है. इस सूची में सामाजिक संतुलन का खास ध्यान रखा गया है. लोकसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची में 24 नाम हैं. राज्य में कुल 29 लोकसभा सीटें हैं.
इस सूची में आरक्षित वर्ग के आठ उम्मीदवारों के नाम हैं इसमें अनुसूचित जाति वर्ग के तीन और अनुसूचित जनजाति वर्ग के पांच उम्मीदवार हैं.
पार्टी की ओर से घोषित सूची पर गौर करें तो पता चलता है कि इसमें पिछड़े वर्ग के नौ उम्मीदवारों पर दांव लगाया गया है. इसमें भारत सिंह कुशवाहा, लता वानखेड़े, राहुल लोधी, गणेश सिंह, दर्शन सिंह चौहान, शिवराज सिंह चौहान, रोडमल नागर, ज्ञानेश्वर पाटिल प्रमुख हैं, वहीं ब्राह्मण वर्ग के पांच नेताओं — वी.डी. शर्मा, जनार्दन मिश्रा, डॉ राजेश मिश्रा, आशीष दुबे और आलोक शर्मा को मैदान में उतारा गया है.
इसी तरह क्षत्रिय समाज से शिवमंगल सिंह तोमर और वैश्य समाज से सुधीर गुप्ता को मौका दिया गया है.
भाजपा की सूची को लेकर प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि लोकसभा के 24 उम्मीदवारों की सूची में सभी वर्गों को भाजपा ने प्रतिनिधित्व दिया है. उन्होंने कहा है कि इस सूची में चार महिला उम्मीदवार हैं, 9 अन्य पिछड़ा वर्ग के हैं. साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को प्रतिनिधित्व दिया गया है. भाजपा ही एक ऐसा दल है जो समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देता है. पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को जमीन पर उतारने वाले और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाले कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी बनाया है.
राजनीति विश्लेषकों का मानना है कि राज्य के भाजपा उम्मीदवारों की सूची में कांग्रेस की जातीय जनगणना की काट साफ नजर आ रही है. अब सबकी नजर कांग्रेस की आने वाली सूची पर है, क्योंकि जातीय जनगणना की बात करने वाली कांग्रेस की सूची में इस वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व मिलेगा या सिर्फ बातें ही होंगी.
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एसएनपी/