देहरादून, 1 मार्च . उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को टिहरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौण्ड में एक गर्भवती महिला को समय पर इलाज नहीं मिलने से मौत के मामले में दोषी चिकित्सकों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
इतना ही नहीं स्वास्थ्य मंत्री ने अब हर राजकीय चिकित्सा इकाइयों में डॉक्टरों और सभी मेडिकल स्टाफ के लिए बायोमीट्रिक अटेंडेंस को अनिवार्य करने के भी निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा है कि किसी भी मरीज के ट्रीटमेंट में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बजट सत्र में उठे इस प्रकरण पर डॉ. रावत ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौण्ड में चिकित्सकों के नौ पद सृजित हैं, जिनके सापेक्ष चिकित्सालय में तीन चिकित्सक तैनात हैं. जिला चिकित्सालय टिहरी और आसपास के अस्पतालों से रोटेशन के आधार पर स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती सप्ताह में तीन दिन के लिए की गई है.
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में चिकित्सकों की कमी दूर करने में जुटी है. जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को करीब 350 नए बॉन्डधारी चिकित्सक मिल जायेंगे, जिनकी तैनाती सुदूर और पर्वतीय क्षेत्रों की चिकित्सा इकाईयों में की जायेगी.
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स्मिता/एबीएम