नई दिल्ली, 28 फरवरी . बर्लिन में भारत-जर्मनी उच्च रक्षा समिति (एचडीसी) की बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और जर्मनी के रक्षा सचिव बेनेडिक्ट जिमर के बीच हिंद-प्रशांत में संयुक्त अभ्यास सहित कई द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा मुद्दों पर खुलकर बात हुई.
मंगलवार को हुई इस बैैैठक में दोनों देशों के सचिवों ने रक्षा सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया.
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, ”दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा स्थिति को लेकर बात हुई. साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में जर्मनी के साथ संभावित संयुक्त अभ्यास पर चर्चा हुई. इसके साथ ही संभावित रक्षा औद्योगिक परियोजनाओं और प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया.
बैठक में भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और जर्मनी के रक्षा सचिव बेनेडिक्ट जिमर में करीबी रक्षा साझेदारी और दोनों पक्षों के रक्षा उद्योगों को एक साथ जोड़ने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया.
इसमें कहा गया, ”बैठक में विशेष रूप से रक्षा क्षेत्र में उच्च प्रौद्योगिकी में सहयोग को लेकर बात हुई.
अरामाने ने बर्लिन में एक प्रमुख थिंक टैंक जर्मन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एंड सिक्योरिटी अफेयर्स के साथ भी बातचीत की.
दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की और रक्षा औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने पर चर्चा की.
भारत और जर्मनी के बीच 2006 से एचडीसी बैठक हो रही है, जो हर साल बारी-बारी से भारत और जर्मनी में होती है.
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एमकेएस/एकेजे