नई दिल्ली, 27 फरवरी . हरियाणा पुलिस के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद मेवात के एक कुख्यात गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है. वह दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल की हत्या के मामले में वांछित था.
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपी की पहचान शाकिर के रूप में हुई है. टीम ने गैंगस्टर को सोमवार को हरियाणा के नूंह जिले के टौरू इलाके से गिरफ्तार किया.
पुलिस ने बताया कि उसके आपराधिक रिकॉर्ड में हरियाणा में आठ और दिल्ली में चार मामलों में संलिप्तता शामिल है, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, शस्त्र अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम आदि के आरोप हैं.
शाकिर को 2013 में दिल्ली में क्राइम ब्रांच के साथ गोलीबारी के एक मामले में भी ‘घोषित अपराधी’ बताया गया था. इसके अलावा, वह अंधाधुंध गोलीबारी और हरियाणा के पूर्व विधायक शाहिदा खान के घर पर हमले के मामले से भी जुड़ा हुआ है.
पुलिस के मुताबिक, टौरू इलाके में शाकिर के ठिकाने के बारे में विशेष जानकारी मिली थी. स्पेशल सेल की पुलिस उपायुक्त प्रतीक्षा गोदारा ने कहा, ”टीम ने तुरंत नूंह की स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय किया और संयुक्त रूप से उस स्थान पर जाल बिछाया, जहां शाकिर को बाइक चलाते देखा गया था. रुकने और आत्मसमर्पण करने का इशारा करने पर शाकिर ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया. आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें शाकिर के दोनों पैरों में गोली लगी.”
ऑपरेशन के दौरान कुल आठ राउंड फायरिंग की गई, जिसमें चार राउंड शाकिर की पिस्तौल से और चार राउंड पुलिस टीम की ओर से की गई थी.
डीसीपी ने कहा कि इसके बाद उसे तुरंत इलाज के लिए हरियाणा के नूंह के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया.
शाकिर के कब्जे से एक 32 बोर की पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और एक चोरी की बाइक बरामद की गई. शाकिर दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल की हत्या के मामले में जमानत मिलने के बाद से फरार था.
2012 में, बाबा हरिदास नगर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक डकैती के दौरान, हेड कांस्टेबल यशपाल ने शाकिर और उसके साथियों का सामना किया था. इस दौरान आरोपियों ने उन्हें गोली मार दी थी. डीसीपी ने कहा, “इस मामले में शाकिर के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया गया था.”
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एफजेड/एबीएम