चेन्नई, 25 फरवरी . अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा मंगलवार (27 फरवरी) तक पूरा हो जाएगा.
तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई ने को बताया कि कांग्रेस मंगलवार को वरिष्ठ नेता टीआर बालू के नेतृत्व वाले द्रमुक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करेगी और सीट-बंटवारे पर कार्यवाही पूरी करेगी.
हालांकि, एक सप्ताह पहले ही टीएनसीसी अध्यक्ष का पद संभालने वाले के.सेल्वापेरुन्थागई ने चर्चा की औपचारिकताओं पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि 2019 के आम चुनावों में कांग्रेस ने तमिलनाडु की कुल 39 सीटों में से नौ सीटों पर चुनाव लड़ा और थेनी लोकसभा सीट अन्नाद्रमुक से हारकर आठ सीटें जीतीं. यह एकमात्र सीट थी, जिसे 2019 के लोकसभा चुनावों में 38 सीटों पर जीत हासिल करने वाले डीएमके मोर्चे ने तमिलनाडु में खो दिया था.
सूत्रों के मुताबिक डीएमके नेतृत्व इस बात पर जोर दे रहा है कि कांग्रेस केवल सात सीटों पर चुनाव लड़े, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व अब तक इस पर सहमत नहीं है. पार्टी जिला सचिवों के नेतृत्व में द्रमुक के स्थानीय नेतृत्व ने जोर देकर कहा है कि कांग्रेस के पास जमीनी स्तर पर कोई ताकत नहीं है और पार्टी चुनाव जीतने के लिए द्रमुक पर निर्भर है. डीएमके थिंक टैंक के मुताबिक ये नेता 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस को नौ सीटें आवंटित करने के खिलाफ हैं.
हालांकि, चर्चा से जुड़े एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने को बताया कि अगर सोनिया या राहुल गांधी एमके स्टालिन को फोन करते हैं, तो कांग्रेस को 2019 के चुनावों में लड़ी गई सभी सीटें मिलने की संभावना है.
द्रमुक द्वारा सोमवार (26 फरवरी) को विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) और वामपंथी दलों सीपीआई और सीपीआई-एम के साथ सीट-बंटवारे की औपचारिकताएं पूरी करने की भी संभावना है.
गौरतलब है कि कि डीएमके ने पहले ही रामनाथपुरम लोकसभा सीट इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष खादर मोइदीन को आवंटित कर दी है और इस सीट के लिए मौजूदा सांसद नवास कानी की उम्मीदवारी की घोषणा की गई है.
द्रमुक के एक अन्य सहयोगी कोंगुनाडु मक्कल देसिया काची (केएमडीके) को भी नमक्कल लोकसभा सीट आवंटित की गई है. हालांकि पार्टी ने इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है
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एमकेएस/