कोलकाता, 21 फरवरी . पश्चिम बंगाल के आदिवासी बहुल पुरुलिया जिले में एक पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर रैंक के एक पुलिस अधिकारी को एक आदिवासी महिला को अवैध शराब के खिलाफ एक अभियान के नाम पर परेशान करने और शारीरिक हमला करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
निलंबित अधिकारी तुहिन डॉन पुरुलिया जिले के कोटशिला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी थे.
मंगलवार देर शाम पुरुलिया से भाजपा के लोकसभा सदस्य ज्योतिर्मय सिंह महतो के साथ आई एक आदिवासी महिला ने उसी पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. आरोपों की गंभीरता को देखते हुए बुधवार की दोपहर में आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने निलंबन की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है, जिसका नेतृत्व पुरुलिया जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सदर) कल्याण सिन्हा रॉय कर रहे हैं.
आरोप है कि तुहिन डॉन ने इलाके में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाते हुए आदिवासी महिलाओं के घर पर छापा मारा.
स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के अनुसार, उसके आवास से दो लीटर शराब जब्त करने के बाद अधिकारी ने कथित तौर पर आदिवासी महिला के साथ मारपीट की और 40,000 रुपये की राशि के साथ-साथ उसकी भैंस भी जब्त कर ली, जो उसे धान बेचकर मिली थी.
अपनी शिकायत पर महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसे इतनी बुरी तरह पीटा गया कि वह बेहोश हो गई. कथित तौर पर यह घटना 18 फरवरी को हुई और 20 फरवरी को महिला भाजपा सांसद महतो से संपर्क करने में कामयाब रही, जो महिला को पुलिस स्टेशन ले गए और शिकायत दर्ज करने में मदद की.
जिला पुलिस सूत्रों ने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में चल रहे संकट को ध्यान में रखते हुए आरोपी इंस्पेक्टर को तत्काल निलंबित करने का उद्देश्य क्षेत्र में तनाव को कम करना था, जहां कई महिलाओं ने एक स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता और उनके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
–
एसजीके/