सागर, 21 फरवरी . मध्य प्रदेश के सागर जिले की पहचान लाखा बंजारा झील है. इसके कायाकल्प का अभियान पांच वर्षों से जारी है. अब झील में वाटर स्पोर्ट्स के साथ क्रूज चलाने की तैयारी है.
लाखा बंजारा झील शहर के बीचों-बीच स्थित है और इसके चारों ओर देवालय है, यही कारण है कि यहां का शाम का नजारा हर किसी को लुभाने वाला होता है.
इस झील को आकर्षक रूप देने की कोशिशें जारी है, यह बात अलग है कि झील अब तक वह रूप नहीं ले पाई है, जिसकी सभी को उम्मीद थी. इस झील के बीचों-बीच एक पुल बनाया गया है, जो शहर के दो हिस्सों को जोड़ने का काम कर रहा है. बस स्टैंड से चकराघाट तक पहुंचना आसान हो गया है. साथ ही शहर की मुख्य सड़क पर यातायात का दवाब भी कम हुआ है.
अब इस झील में क्रूज के साथ वाटर स्पोर्ट्स भी शुरु होने जा रहे हैं. कलेक्टर दीपक आर्य ने स्पोर्ट्स गतिविधियों के सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के साथ हिदायत दी है और कहा है कि किसी भी स्थिति में बगैर लाइफ जैकेट के गतिविधियों में शामिल न किया जाए. झील में आने वाली वर्षा ऋतु में पर्याप्त पानी होगा. इसे ध्यान में रखते हुए झील में पर्यटन करने के लिए क्रूज चलाया जाने वाला है. झील में वाटर स्पोर्ट्स एवं खेल गतिविधियां भी शीघ्र प्रारंभ होंगी.
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एसएनपी/एबीएम