वादों को हकीकत में बदलते हैं पीएम मोदी, जम्मू की योजनाएं हैं ताजा प्रमाण

नई दिल्ली, 20 फरवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है ‘जो कहते हैं वो करते हैं, तभी तो सब इन्हें चुनते हैं’. दरअसल पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के लिए सौगातों का पिटारा खोल दिया. एक साथ राज्य के विकास के लिए 32,000 करोड़ की परियोजनाओं की घोषणा कर दी. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि नरेंद्र मोदी जो कहते हैं वह करते हैं.

उनके कई फैसलों में इस बात की झलक भी मिलती है. राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की बात हो या धारा 370 के जम्मू-कश्मीर से हटाए जाने का. तीन तलाक कानून की बात हो या महिला आरक्षण का पीएम मोदी ने जो वादा किया उसे पूरा किया. पीएम कई बार कार्यक्रम के दौरान मंच से यह भी कह चुके हैं कि वह जिसका शिलान्यास करते हैं उसका उद्घाटन भी वही करते हैं.

अब सोशल मीडिया पर उनका एक 2013 का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. जिसमें वह लोगों से यह कहते सुने जा सकते हैं कि ‘क्या मेरे जम्मू-कश्मीर में आईआईएम और आईआईटी नहीं होना चाहिए? क्या यहां के नौजवान पढ़-लिख के हिंदुस्तान के अंदर अपना नाम रोशन नहीं कर सकते? लेकिन यहां शैक्षिक संस्थाओं के विकास को लेकर ना जम्मू-कश्मीर की सरकार को भरोसा है और ना ही दिल्ली सरकार को विश्वास है.’

ऐसे में पीएम मोदी ने जैसे ही जम्मू-कश्मीर को आईआईटी, आईआईएम और एम्स का तोहफा दिया. यानी उन्होंने 2013 वाला अपना वादा पीएम बनने के बाद निभाया तो उनके इस पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. पीएम मोदी का यह वीडियो दिसंबर 2013 के उनके ‘ललकार रैली’ की है.

पीएम मोदी ने 2013 में केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों से शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों की आकांक्षा के बारे में नहीं पूछा था, बल्कि एक दशक बाद उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि ये संस्थान उनके लिए तैयार हों और प्रदेश को इसका तोहफा भी दिया.

वैसे पीएम मोदी के अंदर के कुछ गुण भी उनके लिए उनकी यूएसपी हैं. जिसके सामने कोई विपक्षी खड़ा नहीं होता है और वह इस उम्र में भी अपने कैडर में विश्वास और जोश दोनों भर देते हैं. वह टेक सेवी हैं, तकनीक के साथ उनका जुड़ाव गजब का है. यही वजह है कि यूथ उनके साथ अपने आप को जोड़ पाता है. इसके साथ ही वह धैर्यवान हैं, यही कारण है कि देश की जनता उनके काम करने के तरीके पर भरोसा कर पाती है. जनता की नब्ज खासकर यूथ की सोच पर उनकी पकड़ मजबूत है. वह अपने बड़े और कड़े फैसले लेने की क्षमता के लिए देश के लोगों के बीच जाने जाते हैं, यही वजह है कि जनता का उनपर भरोसा मजबूत हुआ है. वह राजनीति में बिल्कुल आगे की सोच रखते हैं, उनको विजनरी लीडरशिप का धनी कहा जाता है. ऐसे में जनता का भरोसा, समर्थन और उनके प्रति समर्पण तीनों बढ़ा है. यही वजह है कि अब उनके जम्मू के कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया पर उनका 2013 का वीडियो ‘जो कहते हैं वो करते हैं, तभी तो सब इन्हें चुनते हैं’ के साथ ट्रेंड कर रहा है.

जीकेटी/