दिल्ली में व्यवसायी की हत्या, लूट का फरार आरोपी एक दशक बाद गिरफ्तार

नई दिल्ली, 19 फरवरी . जामा मस्जिद इलाके में हत्या और डकैती के मामले में वांछित 35 वर्षीय एक व्यक्ति करीब एक दशक से फरार था. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बड़े पैमाने पर तलाश के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी की पहचान देवेंदर कुमार के रूप में हुई है. उस की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने पर 50 हजार रुपये का इनाम था.

पुलिस के अनुसार, एक शिकायतकर्ता ने नवंबर 2014 में रिपोर्ट दी थी कि उसके पिता, जो चांदनी चौक इलाके के एक प्रसिद्ध व्यवसायी हैं और गिर्राज टेक्सटाइल और अरुण साड़ी सेंटर के नाम से अपना व्यवसाय चलाते हैं, जामा मस्जिद इलाके में उनके छीपीवाड़ा घर में मृत पाए गए थे.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “उनके ड्राइवर और उसके सहयोगियों ने उनका गला घोंट दिया था और बड़ी रकम लेकर भाग गए थे. जांच के दौरान, राजबीर और सर्वेश नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उनका एक सहयोगी देवेंद्र तब से फरार था.”

हाल ही में पुलिस को इनपुट मिला था कि आरोपी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के पांडव नगर में कहीं किसी फैक्ट्री में काम कर रहा है.

पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमित गोयल ने कहा, “इस जानकारी में और इनपुट शामिल किये गये तथा पांडव नगर औद्योगिक क्षेत्र में घर-घर जाकर जाँच की गई. वे उस कारखाने की पहचान करने में सफल रहे जहां आरोपी काम कर रहा था. फैक्ट्री में छापा मारा गया जहां आरोपी व्यक्ति मजदूर के रूप में काम करता पाया गया और उसे वहां से पकड़ लिया गया.

पूछताछ में देवेन्द्र ने जुर्म कबूल कर लिया. डीसीपी ने कहा, “उसने अपने भाई और अपने गांव के एक राजबीर के साथ मिलकर यह अपराध किया था. राजबीर और सर्वेश दोनों को पुलिस ने उसके गांव से पकड़ लिया जबकि देवेंद्र अपने गांव से भाग गया.”

वह यूपी में अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर छिपा हुआ था और लगातार अपनी जगह बदल रहा था. डीसीपी ने कहा, “अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित होने और पुलिस से इनाम घोषित होने के बाद, उसने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से अपने सभी संबंध तोड़ लिए. उसने 2016 में सुनील कुमार के नाम से गाजियाबाद के पांडव नगर में श्री बालाजी इंडस्ट्रीज में काम करना शुरू किया.”

एकेजे/