नई दिल्ली, 18 फरवरी . भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान विदेशों से आ न्योतों का जिक्र करते हुए कहा कि सबको पता है कि ‘आएगा तो मोदी ही’.
मोदी ने कहा कि आज दुनिया का हर देश भारत से गहरे संबंध बनाने पर जोर दे रहा है. अभी तो चुनाव की घोषणा भी नहीं हुई है, लेकिन मेरे पास जुलाई, अगस्त, सितंबर तक के विभिन्न देशों के निमंत्रण पड़े हैं. इसका अर्थ है कि दुनिया के विभिन्न देश भी भाजपा सरकार की वापसी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. दुनिया का हर देश और शक्ति जानती है कि ‘आएगा तो मोदी ही’.
अपने संबोधन के दौरान संत शिरोमणि आचार्य पूज्य विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि यह हमारा सपना भी है और संकल्प भी कि हमें भारत को विकसित बनाना है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपने सुख-वैभव के लिए जीने वाले व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने कहा, “मैं भाजपा सरकार का तीसरा कार्यकाल सत्ता भोग के लिए नहीं मांग रहा हूं. मैं राष्ट्र का संकल्प लेकर निकला हुआ व्यक्ति हूं. ऐसे में अगले पाँच साल में भारत को पहले से भी कई गुना तेजी से काम करना है. अगले पाँच साल में हमें विकसित भारत की तरफ एक लंबी छलांग लगानी है.”
मोदी ने कहा कि जो काम सदियों से लटके थे, हमने उनका समाधान करने का साहस दिखाया है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करके हमने पाँच सदियों का इंतजार खत्म किया है. गुजरात के पावागढ़ में 500 साल बाद धर्म ध्वजा फहराई गई है. सात दशक बाद करतारपुर साहिब राहदारी खोली गई. सात दशक के इंतजार के बाद देश को धारा 370 से मुक्ति मिली है. तीन तलाक के खिलाफ कड़ा कानून बनाया. तीन दशक के इंतजार के बाद लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण मिला. तीन दशक बाद देश को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मिली. चार दशक बाद ओआरओपी की मांग पूरी हुई. छह दशक बाद राजपथ कर्तव्यपथ बना. ऐसे में कोई भी देश अपना भविष्य तभी संवार सकता है जब वह अपना इतिहास संजोकर रखे.
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जीकेटी/एकेजे