राजकोट, 16 फरवरी . भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन डेब्यूटेंट सरफराज खान की 62 रनों की पारी से प्रभावित हुए. उन्होंने कहा कि दाएं हाथ का यह बल्लेबाज मेहमान टीम के स्पिनरों पर हावी रहा और उन्होंने आश्वस्त होकर प्रदर्शन किया.
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे सरफराज ने अपनी पहली टेस्ट पारी में 66 गेंदों में 9 चौकों और एक छक्के की मदद से 62 रनों की शानदार पारी खेली.
उन्होंने अपनी उम्र से कहीं अधिक परिपक्वता दिखाई. अपने स्वीप, पुल और कट के साथ-साथ स्पिनरों के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की.
कुंबले ने कहा, “ऐसा कभी नहीं लगा कि यह उनकी पहली टेस्ट पारी है. हम सभी उनकी प्रतिभा के बारे में जानते हैं और हमने उन्हें घरेलू स्तर पर स्पिन पर दबदबा बनाते देखा है. लेकिन टेस्ट स्तर पर आपको पूरी तरह से अलग मानसिकता की जरूरत होती है और उस दृष्टिकोण को अपनाना और ऐसी पारी खेलना शानदार था.
“मार्क वुड ने उनके खिलाफ लगातार अटैक किया और उनकी कड़ी परीक्षण ली, लेकिन इस युवा बल्लेबाज का स्पिनरों पर हावी होना शानदार था. जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की वह दमदार है. एक गेंद पर एक रन से ज्यादा, जिस तरह के शॉट चयन के साथ, वह अपने दृष्टिकोण में बहुत आश्वस्त थे. जब उन्होंने गेंदबाज़ों को निशाने पर लिया, तो अगली गेंद को बैकफुट पर खेला ताकि एक रन लिया जा सके और स्ट्राइक से बाहर जाया जा सके.”
कुंबले ने जियो सिनेमा और स्पोर्ट्स पर ‘मैच सेंटर लाइव’ पर बातचीत में कहा कि सरफराज ने शानदार बल्लेबाजी की.
पांचवें विकेट के लिए रवींद्र जडेजा (नाबाद 110) के साथ 77 रन की साझेदारी में उनका योगदान 62 रन का था, जो किसी नए खिलाड़ी के लिए एक महत्वपूर्ण जवाबी हमले वाले स्टैंड में इस तरह से भागीदार बनना शानदार है.
राजकोट में गुरुवार को जैसे ही कुंबले ने सरफराज को टेस्ट कैप सौंपी, उनके पिता-सह-कोच नौशाद खान भावुक दिखे. इसके बाद विजुअल्स में सरफराज को अपने पिता और पत्नी रोमाना जहूर के साथ यह खुशी साझा करते देखा गया.
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एएमजे/आरआर