चंडीगढ़, 16 फरवरी . हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू)-चढ़ूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने गुरुवार को कहा कि किसान दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक राज्य के सभी टोल प्लाजा पर कब्जा कर लेंगे. पंजाब की सीमाओं पर एकत्र हुए आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
इस संबंध में निर्णय कुरुक्षेत्र के चढ़ूनी गांव में हरियाणा किसान संगठन की बैठक में लिया गया.
प्रशासन ने एहतियाती कदम के तौर पर हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, बल्क एसएमएस और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं को निलंबित कर दिया है.
इस बीच, पंजाब में किसानों का विरोध प्रदर्शन गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक योजनाबद्ध ‘रेल रोको’ के साथ तेज हो गया. साथ ही सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक टोल प्लाजा फ्री कर दिए गए. फिलहाल किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है.
पंजाब के किसान पंजाब और हरियाणा की शंभू प्लाजा और खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और अपनी मांगें मनवाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से दिल्ली की ओर कूच करना चाहते हैं.
विरोध प्रदर्शन के आह्वान के मद्देनजर, हरियाणा पुलिस ने यात्रियों को एहतियात के तौर पर चंडीगढ़ और दिल्ली के बीच यात्रा करने के लिए सड़क मार्ग से यात्रा करने के बजाय ट्रेनों का विकल्प चुनने की सलाह दी. साथ ही, बेहद जरूरी होने पर ही यात्रा करने की सलाह दी.
हरियाणा ने भी 15 जिलों में धारा 144 लगा दी है और किसी भी प्रदर्शन या ट्रैक्टर मार्च पर रोक लगा दी है.
चंडीगढ़ में भी किसानों के मार्च से पहले धारा 144 लगा दी गई है.
चंडीगढ़ से दिल्ली तक, उपयुक्त भूमि मार्ग पंचकूला, बरवाला, दोसरका, बराड़ा, बाबैन, लाडवा और पिपली-कुरुक्षेत्र से होकर जाता है. राष्ट्रीय राजधानी तक पहुंचने के लिए अन्य भूमि मार्ग पंचकूला, बरवाला, यमुनानगर (एनएच-344), लाडवा, इंद्री और करनाल से होकर जाता है.
दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले वाहन चालक करनाल, इंद्री, लाडवा, यमुनानगर (एनएच-344), बरवाला और पंचकूला या करनाल, पिपली, लाडवा, बाबैन, बराड़ा, दोसरका, बरवाला और पंचकुला होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं.
हिसार और सिरसा से यात्री कैथल (152-डी), पेहोवा से कुरूक्षेत्र, बाबैन, बराड़ा, दोसरका और बरवाला होते हुए पंचकुला पहुंच सकते हैं.
इसी प्रकार, रेवाड़ी, नारनौल और जींद से आने वाले यात्री कैथल से पेहोवा, कुरुक्षेत्र, लाडवा, बबैन, बराड़ा और दोसरका होते हुए पंचकूला पहुंच सकते हैं. किसी भी कठिनाई की स्थिति में वे सहायता के लिए 112 पर डायल कर सकते हैं.
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एसजीके/