अमरावती, 13 फरवरी . आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला ने 6,100 शिक्षकों की भर्ती के लिए वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा जारी अधिसूचना को ‘दगा’ जिला चयन समिति (डीएससी) करार दिया है.
शर्मिला ने पिछले सप्ताह जारी जिला चयन समिति (डीएससी) अधिसूचना के लिए मंगलवार को अपने भाई और मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को धोखा देने के लिए मेगा डीएससी नहीं बल्कि दगा डीएससी है.
शर्मिला ने याद किया कि उनके पिता दिवंगत वाई.एस. राजशेखर रेड्डी ने एक मेगा डीएससी आयोजित की थी.
वाईएसआर ने 52 हजार पदों के लिए मेगा डीएससी आयोजित की थी, लेकिन जगन अन्ना 6,000 पदों के साथ डीएससी कर रहे हैं. शर्मिला ने कहा कि वह उन वाईएसआरसीपी नेताओं से नौ सवाल पूछ रही हैं जो उन पर निजी हमले कर रहे हैं. वह जानना चाहती हैं कि 2019 के चुनाव के दौरान किए गए वादे के अनुसार 25,000 शिक्षकों की भर्ती का क्या हुआ. उन्होंने अधिसूचना जारी करने में ढाई साल की देरी पर भी सवाल उठाए.
शर्मिला ने पूछा, “चुनाव से सिर्फ डेढ़ महीने पहले 6,000 पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी करने का क्या मतलब है?”
उन्होंने यह भी पूछा, “जब टीईटी और डीएससी दोनों के लिए एक संयुक्त अधिसूचना जारी की जाती है, तो उम्मीदवारों को कौन सी परीक्षा देनी चाहिए? परीक्षा अधिसूचना के 30 दिनों के भीतर आयोजित की जानी है. क्या देश में कहीं ऐसा होता है?”
शर्मिला ने सिर्फ छह दिनों के अंतराल पर टीईटी और डीएससी परीक्षा आयोजित करने पर भी सवाल उठाया.
शर्मिला ने कहा, ”वाईएसआर के समय में परीक्षाएं 100 दिनों के अंतराल पर आयोजित की जाती थीं, उन्होंने पूछा कि उनके उत्तराधिकारी को यह याद क्यों नहीं आया? क्या आप नहीं जानते कि दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार, एक उम्मीदवार को 150 किताबें पढ़नी होती हैं. क्या उम्मीदवारों के लिए हर दिन 5 किताबें पढ़ना संभव है?”
शर्मिला ने पूछा कि क्या वे बेरोजगारों पर मनोवैज्ञानिक दबाव डालकर उन्हें परेशान करने की साजिश कर रहे हैं. उन्होंने पूछा, “क्या यह बदला लेने की कार्रवाई नहीं है? उन्होंने जगन और उनके मंत्रियों को उनके सवालों का जवाब देने की चुनौती दी.
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