बेंगलुरु, 13 फरवरी . कर्नाटक भाजपा ने ऐसे समय में वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए 32 करोड़ रुपये का अनुदान जारी करने के कांग्रेस सरकार के कदम पर आपत्ति जताई है, जब राज्य गंभीर सूखे से जूझ रहा है और पेयजल संकट का सामना कर रहा है.
भाजपा ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर कहा, “मिस्टर सिद्धारमैया, कन्नड़ भाषा के प्रति आपका प्यार सिर्फ एक दिखावा है. कर आंदोलन के बड़े नाटक के पीछे की मंशा एक खास समुदाय का विकास सुनिश्चित करना है.
“इस कहावत की तरह, ‘जब रोम जल रहा था तब नीरो बांसुरी बजा रहा था’, कर्नाटक का नीरो कब्रिस्तानों की परिसर की दीवारें बनाने के लिए तैयार है, जबकि लोग गंभीर सूखे से जूझ रहे हैं.
“श्री. सिद्धारमैया, कर्नाटक को केंद्र सरकार के अनुदान पर आपने जो झूठ बोला वह कर्नाटक के लोगों के हित में नहीं है. अब यह साबित हो गया है कि यह ईदगाह मैदान के लिए दीवारें बनानी थी.
“ऐसे समय में जब कर्नाटक के लोग गंभीर सूखे से जूझ रहे हैं और भोजन और पीने के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, कांग्रेस पार्टी को यह बताना होगा कि वक्फ संपत्तियों के लाभ के लिए 32 करोड़ रुपये जारी करने के पीछे क्या इरादा है?”
इस संबंध में कांग्रेस सरकार ने 7 फरवरी को आदेश जारी किया था.
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