कोलकाता, 12 फरवरी . पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों की एक टीम को उत्तर 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित संदेशखाली के रास्ते में ग्रेटर कोलकाता की सीमा के भीतर रोक दिया गया. संदेशखाली इलाका पिछले गुरुवार से उबाल पर है.
भाजपा विधायक राज्य विधानसभा के दक्षिणी द्वार से बस में सवार होकर संदेशखाली के लिए रवाना हुए. हालांकि, जैसे ही बस कोलकाता के बाहरी इलाके बसंती हाईवे पर पहुंची, पुलिस ने उसे रोक दिया.
पुलिस टीम का नेतृत्व करने वाले अधिकारी ने बताया कि बशीरहाट जिला पुलिस अधीक्षक के कार्यालय से एक अनुरोध आया था, जिसके अंतर्गत संदेशखाली आता है, जिसमें कहा गया था कि भाजपा विधायकों को संदेशखाली की ओर जाने पर ग्रेटर कोलकाता की सीमा के भीतर रोका जाना चाहिए.
संदेशखाली में धारा 144 लगाने का भी आदेश जारी किया गया.
हालांकि, शुभेंदु अधिकारी ने तर्क दिया कि ग्रेटर कोलकाता क्षेत्र के भीतर धारा 144 लगाना संभव नहीं है, जो संदेशखाली से 60 किमी दूर है.
अधिकारी ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को उनके अनुरोध पर संदेशखाली का दौरा करने के लिए धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा, “मैं राज्यपाल को धन्यवाद देता हूं. जबकि मुझे यकीन था कि हमें संदेशखाली तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी जाएगी, मुझे यह भी आशंका थी कि हमें कोलकाता क्षेत्र के भीतर ही रोका जा सकता है.”
फैशन डिजाइनर से भाजपा विधायक बनीं अग्निमित्रा पॉल ने दावा किया कि पुलिस, जो महिलाओं के उत्पीड़न के समय ‘मूकदर्शक’ बनी रही, अब भाजपा की विधायक टीम को संदेशखाली जाने और वहां परेशान स्थानीय लोगों से मिलने से रोकने के लिए सक्रिय हो गई है.
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