सुधारों के कारण पिछले 4 वर्षों में जम्मू-कश्मीर की जीडीपी बढ़ी : एलजी

श्रीनगर, 11 फरवरी . जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान प्रशासन द्वारा लाए गए सुधारों के कारण केंद्र शासित प्रदेश की जीडीपी 2018-2019 में 1.6 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2021-2022 में 2.64 लाख करोड़ रुपये हो गई है.

बजट 2024-2025 पर मीडिया से बातचीत के दौरान सिन्हा ने कहा कि कुछ लोग राजनीति करना जारी रखेंगे, चाहे वह एससी को आरक्षण हो या भूमिहीनों को जमीन देना हो.

उन्होंने कहा, ”उन्हें अपना काम करने दीजिए और हम अपना काम करेंगे.”

संसद में बजट 2024-2025 के लेखानुदान के बारे में सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की आर्थिक स्थिति पहले की तुलना में काफी बेहतर है.

सिन्हा ने जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे प्रशासन का प्रयास पूंजीगत व्यय को बढ़ाना और राजस्व व्यय को कम करना है. जम्मू-कश्मीर का राजस्व व्यय 80,000 करोड़ रुपये है, जिसका एक बड़ा हिस्सा कर्मचारियों के वेतन में जाता है, जबकि पूंजीगत व्यय में 11,000 करोड़ रुपये से 38,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.”

उन्होंने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से भारत संघ के साथ एकीकृत हो गया है और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस है, जबकि पूरे कश्मीर में तिरंगा लहराता है.

जेएंडके बैंक पर उन्होंने कहा कि कभी 1200 करोड़ रुपये घाटे वाली यह संस्था अब 1300 करोड़ रुपये के मुनाफे वाली संस्था के रूप में चल रही है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वित्तीय वर्ष में बैंक का मुनाफा 1,800 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा.

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