लखनऊ, 10 फरवरी . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित ‘सुशासन दिवस 2024’ कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में हुए विकास कार्यों और सरकार की उपलब्धियों को एक-एक करके सबके सामने रखा.
सीएम ने कहा कि प्रदेश में सुशासन की स्थापना अचानक नहीं हुई है, बल्कि इसके लिए बड़े स्तर पर रिफॉर्म किए गए. पहले की सरकारों ने जाति, मत-मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर समाज को बांटने और ठगने का कार्य किया, मगर आज विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीबों को आत्मनिर्भर बनाया गया है. प्रदेश में पहले भी पोटेंशियल था, मगर तब की सरकारों ने इसका बेहतर उपयोग नहीं किया.
उन्होंने कहा कि ‘सुशासन महोत्सव 2024’ प्रधानमंत्री के विकसित भारत के विजन को हम सबके सामने प्रस्तुत करता है. बीते 10 साल में पूरी दुनिया नये भारत का दर्शन कर रही है. भारत आज दुनिया को सम और विषम परिस्थितियों में नेतृत्व देने का सामर्थ्य रखता है. देश के अंदर सुरक्षा का बेहतर वातावरण बना है.
सीएम योगी ने कहा कि जैम ट्रिनिटी (जनधन, आधार और मोबाइल) के माध्यम से जहां भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगा है तो वहीं डीबीटी के माध्यम से अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक शासन की योजनाएं और सेवाएं पहुंचाने का कार्य हुआ है. आज ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हुई है. आज दुनिया के 193 देश 21 जून की तिथि को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप मनाते हैं. भारत की इस ऋषि परंपरा से जुड़कर पूरी दुनिया ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से हमारी परंपरा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करती है.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अंदर चल रही तमाम विकास परियोजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने यूपी में इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी में हुए कार्यों को गिनाया. साथ ही प्रदेश में सुदृढ़ हुई कानून व्यवस्था जैसी उपलब्धियों के बारे में भी बताया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में औद्योगिक निवेश का बेहतर माहौल है. यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ. इससे 1 करोड़ 30 लाख से अधिक नौजवानों को रोजगार मिलेगा. 19 फरवरी को प्रधानमंत्री की उपस्थिति में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का कार्यक्रम होने जा रहा है, जिसमें 10 लाख करोड़ के उद्योगों का भूमिपूजन होने जा रहा है.
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विकेटी/एबीएम