अनंत विजय की पुस्तक ओवर द टॉप: ओटीटी का विमोचन

नई दिल्ली, 10 फरवरी . प्रभात प्रकाशन की तरफ से प्रकाशित वरिष्ठ पत्रकार और स्तंभकार अनंत विजय की किताब ‘ओवर द टॉप ‘ का लोकार्पण इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के समवेत सभागार में शुक्रवार की शाम को हुआ. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर, इंदिरा गांधी कला केंद्र के सदस्य सचिव प्रो सच्चिदानंद जोशी के अलावा भारी संख्या में साहित्य और मीडिया से जुड़े लोग उपस्थित रहे.

पुस्तक ‘ओवर द टॉप ओटीटी’ का लोकार्पण सुनील आंबेकर जी के द्वारा किया गया, वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रोफेसर सच्चिदानंद जोशी मौजूद रहे.

इस मौके मौके पर सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि ओटीटी प्लेटफार्मों की आलोचना करने के बजाय उन्हें सही रास्ते पर लाने का प्रयास किया जाना चाहिए और भारतीय कहानियों, संस्कृति और परंपराओं को विश्व दर्शकों तक ले जाने के लिए इसका उपयोग किया जाना चाहिए.

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि वो ओटीटी के सेल्फ रेगुलेशन के पक्षधर हैं. सरकार चाहती है कि जब कंटेंट के क्षेत्र में सीमाएं खत्म हो चुकी हैं, तब भारत की मीडिया इंडस्ट्री के सामने ग्लोबल लीडर बनने की संभावनाएं ज्यादा प्रबल हैं. ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार कंटेंट क्रिएशन की रचनात्मकता के आड़े नहीं आएगी, लेकिन इसको लेकर जीरो टॉलरेंस का दृष्टिकोण अपनाएगी. क्योंकि रचनात्मकता की आड़ में कुछ और ही प्रस्तुत किया जाता है.

अनुराग ठाकुर ने कहा कि ओटीटी और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों ने देश में कंटेंट तैयार करने वालों के लिए भारतीय कहानियों, संस्कृति और परंपरा को दुनिया के विभिन्न कोनों तक ले जाने का एक बड़ा अवसर मुहैया कराया है. ऐसे में हमें इसकी आलोचना करने के बजाय ऐसे प्लेटफार्मों को सही रास्ते पर लाने का प्रयास करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्मों को शामिल करने की जरूरत है ताकि भारतीय सामग्री को दुनिया भर में ले जाया जा सके. उन्होंने कहा, मैं इसे सकारात्मक तरीके से देखता हूं. हमें उनकी गलत प्रथाओं को खत्म करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अच्छे कंटेंट के जरिए भारत की आवाज दुनिया तक पहुंचाएं.

मंत्री ने कहा कि सरकार ने ओटीटी प्लेटफार्मों के लिए स्व-नियमन को प्रोत्साहित किया है लेकिन अनुचित सामग्री की शिकायतों पर कार्रवाई करने में संकोच नहीं किया है. सेल्फ रेगुलेशन के नाम पर, यदि आप नग्नता, अभद्र भाषा का प्रदर्शन करते हैं, तो हमने पहले भी कड़े कदम उठाए हैं और भविष्य में भी ऐसा करने में संकोच नहीं करेंगे.

वहीं, किताब का विमोचन करते हुए आरएसएस नेता सुनील अंबेकर ने मनोरंजन क्षेत्र में स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करने और इस क्षेत्र में एकाधिकार के निर्माण के खिलाफ सुरक्षा की भी वकालत की. आंबेकर ने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्मों ने भारत की विविधता को प्रदर्शित करने के रास्ते दिए हैं और युवाओं के लिए अवसर भी पैदा किए हैं.

इन प्लेटफार्मों ने हमारे लिए एक अच्छा अवसर प्रस्तुत किया है. हमें इसका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए. कुछ लोगों में ऐसी प्रवृत्ति होती है कि वे कमियों पर इस हद तक जोर देते हैं कि वे दुकान बंद कर देते हैं. मुंबई में मिलों और कोलकाता में उद्योग के साथ भी ऐसी ही चीजें हुईं.

जीकेटी/