बंगाल के हिंसा प्रभावित संदेशखली में धारा 144 लागू, इंटरनेट पर पाबंदी

कोलकाता, 10 फरवरी . पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में पुलिस ने धारा 144 लगा दी है. दरअसल, स्थानीय लोग, खासकर महिलाएं विरोध-प्रदर्शन कर फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके अनुयायियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रही है, जो 5 जनवरी को ईडी और सीएपीएफ कर्मियों और उनके समर्थकों पर हमला करने में शामिल है.

पुलिस प्रशासन ने स्थिति सामान्य होने तक इलाके में इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी है. संदेशखाली-1 और संदेशखली-2 के दो ब्लॉकों में फैली 16 पंचायतों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में धारा 144 लागू करना और इंटरनेट पर प्रतिबंध एक साथ जारी रहेगा.

5 जनवरी को हुए हमले के बाद से, शाहजहां केंद्रीय एजेंसी के साल्ट लेक कार्यालय में उपस्थिति के लिए ईडी के समन के बाद से फरार है.

इस बीच, दो दिनों से स्थानीय लोग, इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं, बार-बार सड़कों पर उतरकर शाहजहां और उसके करीबी सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. महिलाएं इस बात पर मुखर हो गई हैं कि कैसे फरार नेता के सहयोगियों द्वारा उनके जीवन को यातना दी जा रही थी, जो अवैध रूप से और जबरदस्ती उनके स्वामित्व वाली जमीन के छोटे-छोटे टुकड़े हड़प लेते थे.

कुछ महिला प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वे अपमान और छेड़छाड़ के डर से सूर्यास्त के बाद अपने घरों से बाहर निकलने से डरती हैं, क्योंकि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में आम हो गई है.

शुक्रवार की रात स्थानीय लोगों ने संदेशखली थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि बाद में वे तितर-बितर हो गए. पुलिस ने अशांत इलाकों में धारा 144 लगाने और इंटरनेट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया.

रैपिड एक्शन फोर्स (आरपीएफ) और लड़ाकू बल के कर्मियों सहित एक विशाल पुलिस दल पहले ही संदेशखली में मार्च कर चुका है और क्षेत्र में गश्त कर रहा है. नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, संदेशखाली की सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं क्योंकि सभी दुकानें बंद हैं.

हालांकि, पुलिस प्रशासन दिन गुजरने के साथ फिर से परेशानी की पुनरावृत्ति से इनकार नहीं कर रहा है.

पीके/