बेंगलुरु, 8 फरवरी कर्नाटक भाजपा ने बेंगलुरु में सार्वजनिक स्थान पर करंट से मां-बेटी की मौत पर बिजली मंत्री के.जे. जॉर्ज से इस्तीफे की मांग की है.
विपक्ष के नेता आर. अशोक ने गुरुवार को कहा कि मंत्री जॉर्ज ने गैर-जिम्मेदाराना ढंग से कहा कि करंट से मां-बेटी की मौत के लिए ‘चूहों का आतंक’ जिम्मेदार है.
उन्होंने कहा कि “कांग्रेस सरकार में आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मंत्री जॉर्ज का इस्तीफा लेना चाहिए और दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.”
19 नवंबर को 23 साल की सौंदर्या और उसकी नौ महीने की बच्ची सुविकाशा की, बेंगलुरु इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी (बेसकॉम) के कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर स्थित व्हाइटफील्ड मेन रोड पर होप फार्म जंक्शन के पास फुटपाथ पर चलते समय टूटे हुए बिजली के तार के संपर्क में आकर मौत हो गई.
घटना को लेकर भारी आक्रोश था और लापरवाही बरतने वाले बेसकॉम अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई.
पुलिस ने शुरू में कंपनी के अधिकारियों को हिरासत में ले लिया था और दावा किया था कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोप है कि हादसे के एक घंटे बाद भी अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे. यह भी आरोप लगाया गया कि घटना वाले दिन से एक रात पहले फुटपाथ पर तार टूट गया था.
सौंदर्या तमिलनाडु में दिवाली मनाने के बाद अपनी 9 महीने की बेटी और पति संतोष कुमार के साथ बेंगलुरु अपने घर लौट रही थीं. उसने फुटपाथ पर टूटे हुए 11 केवी बिजली के तार पर पैर रख दिया, इससे वह और उसका बेटी दोनों जिंदा जल गए. जब संतोष ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उसे भी बिजली का झटका लगा और वह बेहोश हो गया. उन्होंने कहा कि मदद करने के बजाय जनता इस त्रासदी को अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड करने में व्यस्त थी.
सरकार ने परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया था.
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