मुंबई, 7 फरवरी . भारत अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) यात्रा शुरू कर रहा है. ऐसे में माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने बुधवार को कहा, ”कंपनी एआई वर्कफोर्स को बढ़ावा देकर और हर सेक्टर और इंडस्ट्री को एआई के साथ बदलने के लिए सशक्त बनाकर देश को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगा.”
अपने संबोधन के दौरान, नडेला ने घोषणा की कि माइक्रोसॉफ्ट 2025 तक भारत में 2 मिलियन लोगों को एआई स्किलिंग के अवसर प्रदान करेगा, ताकि एआई युग में भारत की क्षमता को मजबूत किया जा सके.
नडेला ने कहा, “भारत एआई के वादे को हकीकत में बदलने की स्थिति में है. हम देश के एआई स्किल्स गैप को कम करने और पूरे देश में नए अवसर पैदा करने में मदद करने के लिए पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में व्यापक रूप से साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
नडेला ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट, कंपनी के अन्य एआई सॉल्यूशन के साथ, लोगों और संगठनों को तेजी से आगे बढ़ाने और बेहतर क्वालिटी के साथ काम पूरा करने में मदद कर उनके लिए प्रोडक्टिविटी बढ़ा रहा है.
भारत में कई संगठन पहले से ही माइक्रोसॉफ्ट 365 और गिटहब कोपायलट के लिए कोपायलट का उपयोग कर इनोवेशन में तेजी ला रहे हैं, जैसे एक्सिस बैंक, इंफोसिस, एचसीएल टेक, एलटीआईमाइंडट्री और अन्य.
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि भारत में संगठनों को एआई प्रोजेक्ट्स पर खर्च किए गए प्रत्येक अमेरिकी डॉलर पर औसतन 3.86 डॉलर का रिटर्न मिल रहा है, और 150 से ज्यादा संगठन पहले से ही कृषि, विमानन, ईकॉमर्स और तेजी से बढ़ते उपभोक्ता वस्तुओं जैसे इंडस्ट्री में एज़्योर ओपनएआई सर्विस के साथ इनोवेशन कर रहे हैं.
फ्लैग कैरियर एयरलाइन एयर इंडिया ने एआईजी नामक एक जेनरेटिव एआई वर्चुअल एजेंट तैनात किया है. मार्च 2023 में लॉन्च होने के बाद से इसने पांच लाख से अधिक ग्राहकों के सवालों का सफलतापूर्वक उत्तर दिया है, और चार भाषाओं में एक दिन में 6,000 से ज्यादा सवालों का प्रबंधन करता है.
अपने चौथे डेटा सेंटर क्षेत्र के जल्द ही लाइव होने की तैयारी के साथ, और जियो के सहयोग से डेटा सेंटरों के साथ, माइक्रोसॉफ्ट देश में किसी भी अन्य क्लाउड प्रोवाइडर की तुलना में अधिक डेटासेंटर क्षेत्रों का दावा करता है.
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पीके/