कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी मिलना भारत के प्रति दुनिया के भरोसे का प्रतीक

कोलकाता, 27 नवंबर . कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन Gujarat के Ahmedabad में होगा. देशभर के खिलाड़ी इस खबर से रोमांचित हैं. पश्चिम बंगाल के खिलाड़ी भी कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर उत्साहित हैं. पांच साल बाद आयोजित होने वाले खेलों के इस महाकुंभ में हिस्सा लेने का सपना युवा खिलाड़ी देख रहे हैं.

साई के सहायक निदेशक डोंगरी लक्ष्मण ने कहा, “Ahmedabad को कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिलना पूरे देश के लिए गर्व की बात है. खेलों इंडिया के माध्यम से देश में खेल की संस्कृति मजबूत हो रही है. कॉमनवेल्थ के आयोजन से हमारे देश में बढ़ रही खेल संस्कृति को और बढ़ावा मिलेगा.”

सुस्मिता सेन रॉय ने कहा, “India को ओलंपिक की मेजबानी मिलने की खबर सुनकर बहुत अच्छा लगा. भारतीय खिलाड़ियों को होम ग्राउंड में खेलने का फायदा मिलेगा और इसका प्रभाव मेडल टैली पर पड़ेगा.”

आर्चर श्रेय भारद्वाज ने कहा, “भारतीय टीम को फिर से कॉमनवेल्थ को आयोजित करने का फिर से मौका मिला है. यह दिखाता है कि दुनिया का भरोसा हम पर बढ़ रहा है. हमारे लिए यह अच्छा मौका है अपनी क्षमता को एक बार फिर दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का. India ने खेल के क्षेत्र में किसी भी दूसरे देश की अपेक्षा जल्दी तरक्की की है.”

साहिल राजेश जाधव ने कहा, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे बडे़ इवेंट को आयोजित करने में Prime Minister का बड़ा रोल है. खिलाड़ियों को अपने घर में अपने प्रशंसकों का समर्थन मिलेगा. इससे प्रदर्शन अच्छा होगा और पदकों की संख्या बढ़ सकती है.

हॉकी खिलाड़ी अंजनी ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स हमारे घर में हो रहा है. हमारी कोशिश ज्यादा से ज्यादा मेडल जीतने की होगी. मैं उम्मीद करता हूं कि मेरे जैसे कुछ खिलाड़ी कॉमनवेल्थ में हिस्सा लेंगे.

देश के एथलीटों का मानना है कि 2010 में आखिरी बार दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स से बेहतर प्रदर्शन देश का Ahmedabad कॉमनवेल्थ गेम्स में हो सकता है. इसके लिए खिलाड़ी जुट गए हैं.

पीएके