‘ममता बनर्जी अपनी हार के बहाने ढूंढ रही हैं’, एसआईआर पर भाजपा नेताओं ने दिया जवाब

New Delhi, 27 नवंबर . देश के 12 राज्यों में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बीच पश्चिम बंगाल की Chief Minister ममता बनर्जी के बयानों से राजनीति गरमाई हुई है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा है कि ममता बनर्जी अपनी हार के बहाने ढूंढ रही हैं.

BJP MP योगेंद्र चंदोलिया ने से बातचीत में कहा कि बिहार के बाद एसआईआर पूरे देश में लागू किया जा रहा है. ममता बनर्जी को परेशानी इसलिए है, क्योंकि उन्होंने बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय नागरिकता दिलाने का काम किया है. चुनावों में India का नागरिक ही वोट डाल सकता है, कोई बांग्लादेशी या बाहरी व्यक्ति वोट नहीं डाल सकता है.

योगेंद्र चंदोलिया ने यह भी कहा कि अगर ममता बनर्जी ने किसी तरह की गड़बड़ी की तो केंद्र Government को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ेगा.

भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “ममता बनर्जी जानती हैं कि इस चुनाव में उनकी भारी हार होने वाली है. बिहार के नतीजों ने उन्हें परेशान कर दिया है और वह अपनी हार के बहाने ढूंढ रही हैं. बंगाल में जंगलराज है और उसे हटाना है. राज्य के लोगों के मन में ‘भाजपा Government’ है, उसी को हम स्थापित करेंगे.”

उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम न कट जाएं, इसलिए ममता बनर्जी को परेशानी हो रही है. वे वोटबैंक की राजनीति करती हैं, लेकिन यह अब नहीं चलेगा.

एसआईआर पर Supreme court के फैसले की सराहना करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा, “विपक्षी नेता एसआईआर को लेकर सिर्फ भ्रम की राजनीति कर रहे हैं. जब उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो कोर्ट ने एसआईआर को रोकने से मना कर दिया, जो एक अच्छा कदम है.”

भाजपा के प्रवक्ता आरपी सिंह ने ममता बनर्जी के ‘एनआरसी’ वाले बयान पर जवाब दिया और कहा कि केंद्र Government का इस तरह का कोई मकसद नहीं है. वे जानबूझकर एक खास वोटबैंक को डराने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रही हैं. सच यह है कि 18 साल से ऊपर के सिर्फ भारतीय नागरिक ही चुनावों में वोट डाल सकते हैं.

इससे पहले, पश्चिम बंगाल की Chief Minister ममता बनर्जी ने ‘एसआईआर’ पर विरोध करते हुए कहा, “अगर भाजपा बंगाल में मुझे चोट पहुंचाने की कोशिश करेगी तो मैं पूरे India में उसकी नींव हिला दूंगी.”

डीसीएच/