दिल्ली: मालिक के घर में काम करने वाला ड्राइवर ही निकला चोर, 4 करोड़ रुपए के आभूषण बरामद

New Delhi, 27 नवंबर . दक्षिण-पश्चिम जिला Police की एंटी बर्गलरी सेल ने एक ऐसी चोरी का खुलासा किया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया. जिस ड्राइवर पर घर की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी, वही ड्राइवर करोड़ों की चोरी का मास्टरमाइंड निकला. Police ने आरोपी महेंद्र दान (30) निवासी इंदोखा गांव, Rajasthan को गिरफ्तार कर लिया है. उसके कब्जे से करीब 4 करोड़ के हीरे-जवाहरात और सोने के जेवरात की कीमती वस्तुएं बरामद की गई हैं.

आनंद निकेतन निवासी एम यादव ने 28 सितंबर को Police स्टेशन साउथ कैंपस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके घर से 28 से 29 अगस्त के बीच सोने और हीरे के कीमती आभूषण चोरी हो गए हैं. इस पर First Information Report दर्ज की गई.

कई सप्ताह की प्रारंभिक जांच के बाद 21 नवंबर को केस को आगे की कार्रवाई के लिए दक्षिण-पश्चिम जिले की एंटी बर्गलरी सेल को सौंप दिया गया.

इंस्पेक्टर राम कुमार के नेतृत्व में एसआई बच्चू सिंह, एचसी सुनील कुमार, एचसी कांतीलाल, कॉन्स्टेबल संवारिया और कॉन्स्टेबल अंशु की एक विशेष टीम गठित की गई. टीम ने एसीपी ऑपरेशन विजय पाल तोमर की निगरानी में जांच की.

टीम ने इलाके में लगातार छानबीन, स्थानीय इन्फॉर्मरों और तकनीकी निगरानी के जरिए एक संदिग्ध को चिन्हित किया. संदिग्ध की पहचान महेंद्र दान के रूप में हुई, जो शिकायतकर्ता के यहां पिछले चार साल से ड्राइवर था.

घर से लिए गए चांस प्रिंट्स की जांच की गई तो वे महेंद्र दान की फिंगरप्रिंट से मैच हो गए. इसके बाद Police ने Rajasthan के नागौर जिले में उसकी तलाश शुरू की.

22 नवंबर को Police टीम को महेंद्र के गांव इंदोखा में उसके होने की जानकारी मिली. अगले ही दिन 23 नवंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.

महेंद्र दान की निशानदेही पर उसके घर से कीमती आभूषण बरामद किए गए, जिनमें पियर शेप डायमंड सॉलिटेयर रिंग, 3 कैरेट का राउंड शेप डायमंड रिंग, पियर शेप डायमंड ईयररिंग, एमरल्ड शेप सॉलिटेयर डायमंड ईयररिंग, डायमंड नेकलेस सेट, डायमंड टेनिस ब्रेसलेट, 3 कैरेट राउंड सॉलिटेयर डायमंड ईयररिंग, हुब्लोट की दो महंगी घड़ियां, रोजर ड्युबियस की ऑल-गोल्ड घड़ी, रोलेक्स सबमरीनर मॉडल की घड़ी, डायमंड लगी रोजर ड्युबियस की एक और घड़ी और शाहदरा स्थित उसके किराए के घर से दो सोने के गोल्ड बिस्किट शामिल हैं. बरामद आभूषणों की कीमत करीब 4 करोड़ रुपए आंकी गई है.

पूछताछ में महेंद्र दान ने बताया कि वह पिछले चार साल से एम यादव के यहां ड्राइवर था. कम आय और आर्थिक तंगी के कारण उसने चोरी की योजना बनाई. वह घर में मौजूद लॉकर के बारे में अच्छी तरह जानता था.

नवरात्रि के दौरान, जब घर पर कोई मौजूद नहीं था, उसने मौका पाकर कीमती आभूषण चोरी किए और उन्हें Rajasthan में अपने घर में छिपा दिया. कुछ सोने की ईंटें उसने शाहदरा स्थित किराए के घर में रखी हुई थीं. चोरी के बाद भी वह मासूम बनकर मालिक के घर में काम करता रहा.

वीकेयू/डीकेपी