नौसेना दिवस से पहले तिरुवनंतपुरम में बैंड संगीत कार्यक्रम का आयोजन, दर्शक हुए मंत्रमुग्ध

तिरुवनंतपुरम, 26 नवंबर . नौसेना दिवस और ऑपरेशन डेमो 2025 की प्रस्तावना के रूप में भारतीय नौसेना ने Wednesday को तिरुवनंतपुरम के निशागांधी ऑडिटोरियम में नौसेना बैंड संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) के 55-सदस्यीय भारतीय नौसेना बैंड की संगीत उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया गया. इसमें 3,000 से अधिक उपस्थित दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए.

इस अवसर पर पर्यटन सचिव (मुख्य अतिथि) तिरुवनंतपुरम, बीजू के. आईएएस, राज्य Government के वरिष्ठ अधिकारी और सहयोगी सेवाओं के अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए.

प्रधान संचालक कमांडर मनोज सेबेस्टियन के निर्देशन में नौसेना सिम्फोनिक बैंड ने संगीत के विविध टुकड़ों का एक मिश्रित संग्रह प्रस्तुत किया, जिसमें मार्शल चयन, रेट्रो हॉलीवुड और Bollywood थीम, कर्नाटक फ्यूजन और देशभक्ति रचनाएं शामिल थीं. यह कार्यक्रम इस बात का एक उत्कृष्ट उदाहरण था कि कैसे कला और देशभक्ति एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं और कई युवाओं को भारतीय नौसेना को एक आशाजनक करियर विकल्प के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.

मुख्य अतिथि ने नौसेना बैंड को उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया. एसएनसी के कमांड मेडिकल ऑफिसर रियर एडमिरल समीर कपूर ने मुख्य अतिथि को प्रशंसा के प्रतीक के रूप में एसएनसी क्रेस्ट प्रदान किया.

नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है. यह 1971 के भारत-Pakistan युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना की सफलता की याद में मनाया जाता है. खासकर “ऑपरेशन ट्राइडेंट” की याद में, जिसमें Pakistanी नौसेना के कराची अड्डे पर हमला किया गया था. “ऑपरेशन ट्राइडेंट” के तहत भारतीय नौसेना ने Pakistan के कराची नौसैनिक अड्डे पर एक बड़ा हमला किया था. इस ऑपरेशन में Pakistan के कई जहाजों को नुकसान पहुंचाकर डुबो दिया गया था, जिसमें पीएनएस खैबर भी शामिल था. इस सफलता को मनाने के लिए 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है.

इस कार्यक्रम में समुद्री इतिहास और भविष्य की ताकत का प्रदर्शन, अत्याधुनिक जहाजों, विमानों और पनडुब्बियों का प्रदर्शन, मरीन कमांडो और नौसेना बैंड का प्रदर्शन, लेजर शो, ड्रोन शो होते हैं और बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ समापन किया जाता है.

एएमटी/एबीएम