प्रधानमंत्री मोदी न होते तो राम मंदिर पर भगवा ध्वज कभी नहीं लहराता : अयोध्या के संत

अयोध्या, 25 नवंबर . आज सुबह लगभग 9:30 बजे Prime Minister Narendra Modi रामनगरी अयोध्या पहुंचने वाले हैं. यहां Prime Minister राम मंदिर पर ध्वजारोहण करेंगे. इसको लेकर अयोध्या में बड़ी तैयारी की गई है. अयोध्या में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में Prime Minister मोदी के साथ ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे.

अयोध्या धाम में Prime Minister की यात्रा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है कि हमारा दशकों पुराना संकल्प साकार हो रहा है. जो लोग दुनिया भर में सनातन धर्म को मानते हैं, उनके लिए यह पल अत्यंत गर्व का विषय है. उनका मानना है कि जब तक सृष्टि में राम मंदिर का अस्तित्व रहेगा, तब तक Prime Minister मोदी का नाम भी इसके साथ स्वर्णाक्षरों में जुड़ा रहेगा.

अयोध्या के एक संत का कहना है कि Prime Minister मोदी आरएसएस के उत्तम प्रचारक भी रहे हैं. मंदिर बनने से पहले जनता के सहयोग के लिए जो जागरण किया गया था, उसके लिए दो बड़ी यात्राएं निकली थीं. एक यात्रा पूरे India में निकली थी. इस यात्रा की अगुवाई लालकृष्ण आडवाणी जी ने की थी और इस पूरी यात्रा की जिम्मेदारी Narendra Modi पर थी. इस दौरान वह खुद भी मौजूद थे.

उन्होंने कहा कि जब मंदिर बनने का फैसला हुआ, इसके बाद जब राम शिलाएं यहां आईं तो उनकी जगह-जगह पूजा हुई थी. इससे लोगों में उत्साह पैदा हो गया था. इसमें भी पीएम मोदी का बहुत बड़ा योगदान था. उन्होंने इसे बड़ी ही खूबी के साथ किया. जब वह सत्ता में आए तो वह दिन भी आ गया जब Supreme court का फैसला आया कि वहां राम मंदिर बनेगा. जब से राम मंदिर निर्माण कार्य न्यास को दिया गया है, तब से Prime Minister ने कोई भी हस्तक्षेप नहीं किया है.

उन्होंने यह भी कहा कि जब से अयोध्या में मंदिर बना है, तब से यहां पर्यटन भी बढ़ गया है और इसका फायदा लोगों को मिल रहा है. यह उन लोगों को जवाब है, जो कहते थे कि मंदिर बनने से गरीबी नहीं मिटेगी. ऐसा ही काशी और उज्जैन में भी हुआ है. पहले लोग ताजमहल देखने जाते थे और अब लोग मंदिर घूमने और दर्शन करने जाते हैं.

अयोध्या के महंत राजूदास ने Prime Minister मोदी को महाराज कहकर संबोधित किया और कहा कि मैं उन्हें महाराज इसलिए कह रहा हूं क्योंकि हमने बहुत से Prime Minister देखे हैं लेकिन ऐसा मन, मस्तिष्क और मानसिकता किसी Prime Minister की नहीं रही है. Prime Minister मोदी और सीएम योगी के बिना राम मंदिर की परिकल्पना करना संभव नहीं था क्योंकि इसी अयोध्या में रामभक्तों के सीने को छलनी किया गया था.

राजूदास ने कहा कि हमने वो दिन देखे हैं, जब राम मंदिर का नाम लेने पर लाठी और डंडे मारे जाते थे. मैंने वो दिन भी देखे हैं जब परिक्रमा के दौरान जेल जाना पड़ा और कई मुकदमे झेलने पड़े. हम आज यह दिन भी देख रहे हैं कि अयोध्या में राम मंदिर पर केसरिया ध्वज लहराएगा. अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी आदित्यनाथ ने अच्छा काम किया है. आज अयोध्या जगमगा रही है. इतना सुंदर रेलवे स्टेशन अब बना है, राम की पैड़ी, एयरपोर्ट, पंचकोसी परिक्रमा को लेकर कोई विवाद था क्या? मंदिर को छोड़िए, ये सब काम पहले क्यों नहीं हुए? पहले साधु-संतों, सनातनियों पर टिप्पणी करते थे और उन्हें गाली देते थे.

राजूदास ने कहा कि अयोध्या और मंदिर बनने में Prime Minister मोदी का अतुलनीय योगदान है. Prime Minister मोदी न होते तो राम मंदिर पर भगवा ध्वज कभी लहरा नहीं पाता. योगी आदित्यनाथ Chief Minister न होते तो राम मंदिर का निर्माण और अयोध्या का चौमुखी विकास संभव नहीं था.

एएमटी/एबीएम