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Ahmedabad, 24 नवंबर . Gujarat के बोटाद जिले में बेमौसम बारिश से फसल खराब होने के बाद Governmentी मदद के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. मात्र 10 दिनों में लगभग 57,000 किसानों ने अपने फ़ॉर्म जमा कर दिए हैं. यह जानकारी जिला कृषि अधिकारी ने दी.
जिला कृषि अधिकारी यूजे पटेल के मुताबिक, सिर्फ 10 दिनों में लगभग 57,000 किसानों ने फ़ॉर्म जमा कर दिए हैं. आवेदन भरने का काम 14 नवंबर को शुरू हुआ था और 24 नवंबर की दोपहर तक पूरे जिले में आवेदकों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई.
अधिकारियों का अनुमान है कि कुल काम का 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है, जबकि 30 प्रतिशत किसानों ने अभी तक अप्लाई नहीं किया है. 189 गांवों में किए गए सर्वे से पता चला है कि 1,78,611 सर्वे पैच में 33 प्रतिशत या उससे ज्यादा फसल खराब हुई है, जिससे किसान मुआवजे के योग्य हो गए हैं.
जिला कृषि अधिकारी यूजे पटेल ने बाकी सभी किसानों से 28 नवंबर की आखिरी डेडलाइन से पहले आवेदन जमा करने की अपील की है और चेतावनी दी है कि अगर वे इस तारीख को फॉर्म नहीं भरते हैं तो उन्हें जरूरी आर्थिक मदद नहीं मिल पाएगी.
इससे पहले, Gujarat Government ने उन किसानों के लिए 10,000 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा की थी जिनकी खरीफ फसलें हाल ही में हुई बेमौसम बारिश की वजह से बर्बाद हो गई थीं. Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने इसे दो दशकों में सबसे खराब बताया था.
यह घोषणा राज्य द्वारा मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन सहित मुख्य खरीफ फसलों की एमएसपी पर खरीद शुरू करने से पहले की गई थी, यह 15,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का खरीद चक्र है.
वरिष्ठ मंत्रियों के साथ प्रभावित जिलों का दौरा करने वाले सीएम पटेल ने कहा कि Government इस “प्राकृतिक आपदा” के दौरान किसानों की मदद करने के लिए कमिटेड है.
उन्होंने एक आधिकारिक बयान में कहा, “पूरी संवेदनशीलता के साथ, हम इस मुश्किल समय में अपने किसानों के साथ खड़े हैं. यह नया पैकेज Government की पहले की घोषणा के बाद आया है, जिसमें अगस्त और सितंबर में लंबे समय तक मॉनसून की बारिश से हुए फसल नुकसान के लिए 947 करोड़ रुपए की राहत दी गई थी. इस बारिश से जूनागढ़, पंचमहल, कच्छ, पाटन और नए बने वाव-थराड जैसे जिले बुरी तरह प्रभावित हुए थे.
इस बार बेमौसम बारिश का सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र और दक्षिण Gujarat के किसानों पर पड़ा है, जहां खरीफ की फसलें कटाई के लिए तैयार खड़ी थीं.
Governmentी अनुमानों के मुताबिक, अक्टूबर में हुई बारिश ने 16,000 गांवों में फैली 42 लाख हेक्टेयर खेती की जमीन पर पैदावार को नुकसान पहुंचाया, जिससे राज्य के खेती वाले इलाके को बड़ा झटका लगा.
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एएसएच//डीएससी