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New Delhi, 24 नवंबर . रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सिंध संबंधी बयान पर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “अब इस तरह की बातें करने का कोई फायदा नहीं है. जब आपके पास असली मौका था, तब आपने कोई कदम नहीं उठाया. अब तो हाल यह है कि आप सांप के निकल जाने के बाद लाठी पटक रहे हैं.”
तारिक अनवर ने कहा कि यह सिर्फ दिखावटी बयानबाजी है, जिसमें कोई वास्तविकता नहीं दिखती.
वहीं, दूसरी ओर Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘एक्स’ पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए तारिक अनवर ने कहा कि बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) पर अत्यधिक दबाव की स्थिति गंभीर चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा, “बीएलओ खुद परेशान हैं. कोई आत्महत्या कर रहा है, कोई हार्ट फेलियर से मर रहा है. वे पहले ही तनाव में हैं, ऐसे में उन्हें परेशान करने का सवाल ही नहीं उठता. यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे बीएलओ की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखें.”
बता दें कि राहुल गांधी ने एक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा था कि एसआईआर सिस्टम के नाम पर देश भर में अफरा-तफरी मची हुई है और तीन हफ्तों में 16 बीएलओ की मौत हो चुकी है. हार्ट अटैक, तनाव, आत्महत्या एसआईआर कोई सुधार नहीं, थोपा गया जुल्म है. नागरिकों को 22 साल पुरानी मतदाता सूची के हजारों स्कैन पन्ने पलटने पड़ रहे हैं. मकसद साफ है कि सही मतदाता थक जाए और वोट चोरी बिना रोक-टोक चलती रहे.
उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा था, “India दुनिया के लिए अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर बनाता है, लेकिन चुनाव आयोग आज भी कागजों का जंगल खड़ा करने पर अड़ा है. अगर नीयत साफ होती, तो लिस्ट डिजिटल, सर्चेबल और मशीन-रीडेबल होती.”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि बीएलओ पर अनावश्यक दबाव डालकर उनकी मौतों को ‘कोलेटरल डैमेज’ की तरह नजरअंदाज किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यह नाकामी नहीं, षड्यंत्र है. सत्ता की रक्षा में लोकतंत्र की बलि दी जा रही है.
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वीकेयू/डीएससी