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New Delhi, 24 नवंबर . कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने Monday को जस्टिस सूर्यकांत को India के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी. उन्होंने भरोसा जताया कि जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व में संवैधानिक मूल्य, संस्थागत ताकत और कानून के शासन में जनता का भरोसा और मजबूत होगा.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जस्टिस सूर्यकांत को India के 53वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ लेने पर मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं. उनकी पदोन्नति हमारे जस्टिस सिस्टम के लिए एक अहम मोड़ पर 14 महीने के कार्यकाल की शुरुआत है.”
खड़गे ने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि जस्टिस सूर्यकांत के नेतृत्व में संवैधानिक मूल्य, संस्थागत ताकत और कानून के शासन में जनता का भरोसा और मजबूत होगा, जिससे हर नागरिक के लिए न्याय का वादा आगे बढ़ेगा.”
बता दें कि President द्रौपदी मुर्मू ने Monday को President भवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में जस्टिस सूर्यकांत को India के चीफ जस्टिस (सीजेआई) के तौर पर पद की शपथ दिलाई. President भवन में हुए समारोह में Prime Minister Narendra Modi, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, Lok Sabha अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व उपPresident जगदीप धनखड़, पूर्व मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई समेत कई गणमान्य मौजूद रहे. शपथ समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, ब्राजील, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश और Supreme court के जज भी शामिल हुए.
जस्टिस सूर्यकांत ने सीजेआई भूषण आर गवई की जगह ली है. President मुर्मू ने सीजेआई गवई की सिफारिश के बाद ‘संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) द्वारा दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए’ जस्टिस सूर्यकांत को India का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया.
जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी, 1962 को Haryana के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था. उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी लॉ यात्रा शुरू की और फिर पंजाब और Haryana हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए चंडीगढ़ चले गए. इस दौरान उन्होंने कई तरह के संवैधानिक, सर्विस और सिविल मामलों को संभाला, जिसमें यूनिवर्सिटी, बोर्ड, कॉर्पोरेशन, बैंक और यहां तक कि खुद हाईकोर्ट को भी रिप्रेजेंट किया.
जुलाई 2000 में उन्हें Haryana का सबसे कम उम्र का एडवोकेट जनरल बनाया गया. इसके बाद, 2001 में उन्हें सीनियर एडवोकेट बनाया गया और 9 जनवरी 2004 को पंजाब और Haryana हाईकोर्ट का परमानेंट जज बनाया गया. बाद में, उन्होंने अक्टूबर 2018 से 24 मई 2019 को Supreme court में अपनी पदोन्नति तक Himachal Pradesh हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर काम किया. नवंबर 2024 से वे Supreme court लीगल सर्विसेज कमेटी के चेयरमैन के तौर पर काम कर रहे हैं.
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पीएसके