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पुट्टापर्थी, 23 नवंबर . आंध्र प्रदेश के Chief Minister एन चंद्रबाबू नायडू ने Sunday को कहा कि श्री सत्य साई बाबा “मानव रूप में ईश्वर” थे, जिन्होंने सेवा, संघर्ष समाधान, आध्यात्मिक विचारों, अहिंसा और मुक्ति के मार्ग से दुनिया भर में करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित किया.
सत्य साई बाबा की जन्म शताब्दी समारोह में संबोधित करते हुए सीएम नायडू ने उनके संदेश “सबसे प्रेम करो, सबकी सेवा करो” और “हमेशा मदद करो, कभी दुख मत दो” का उल्लेख करते हुए कहा कि मानवता की सेवा उनका धर्म था.
उन्होंने कहा, “23 नवंबर 1926 को इस पवित्र भूमि पर सत्य साई बाबा ने जन्म लिया. उन्होंने 86 वर्ष तक मानवता को ज्ञान, सेवा और सही मार्ग दिखाया.”
Chief Minister ने बताया कि मात्र आठ वर्ष की आयु से सत्य साई बाबा ने भजनों, कीर्तन और प्रार्थनाओं के माध्यम से दिव्य व्यक्तित्व का परिचय दिया. 23 मई 1940 को उन्होंने अपने पुराने नाम सत्यनारायण राजू को त्यागकर स्वयं को “सत्य साई” घोषित किया.
नायडू ने कहा कि जैसे भगवान कहीं अवतार लेते हैं, वैसे ही सत्य साई बाबा ने पुट्टापर्थी को आध्यात्मिक भूमि के रूप में चुना और चित्तरवती नदी के तट पर बसे इस स्थान को आध्यात्मिक धाम में बदल दिया.
Chief Minister ने कहा कि सत्य, धर्म, शांति, प्रेम और अहिंसा के सिद्धांतों के साथ सत्य साई बाबा ने एक नए युग की शुरुआत की.
कार्यक्रम में उपPresident सीपी राधाकृष्णन, तेलंगाना के Chief Minister रेवंत रेड्डी, मंत्री नारा लोकेश सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने सत्य साई समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीएम नायडू ने कहा कि सत्य साई बाबा की सेवाओं की नींव 1960 में संस्थानों की स्थापना के साथ पड़ी. उन्होंने बताया कि सत्य साई बाबा ने विश्व शांति और मानव कल्याण का मार्ग दिखाया. देश–विदेश के धनवान और प्रतिष्ठित लोग बिना निमंत्रण स्वयं पुट्टापर्थी आए और सेवा के उनके मार्ग पर चले और लोगों को यहां वह शांति मिली जो उन्हें कहीं और नहीं मिली.
Chief Minister ने कहा कि सत्य साई बाबा भले ही भौतिक रूप में मौजूद नहीं हैं, लेकिन प्रशांति निलयम आज भी उनकी ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र है. 75 वर्ष पहले स्थापित प्रशांति निलयम आज विश्व स्तर पर आध्यात्मिक कार्यक्रमों का केंद्र बन चुका है.
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डीएससी