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Ahmedabad, 23 नवंबर . नगरपालिका से नगर निगम बनने के बाद गांधीधाम अब बड़े शहरी बदलाव की ओर बढ़ रहा है. Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने शहर की नई नागरिक स्थिति के बाद अपने पहले दौरे में 176 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया.
इन परियोजनाओं में मॉडल फायर स्टेशन, स्मार्ट लाइब्रेरी, आइकॉनिक प्रवेश द्वार, विकसित उद्यान, सड़कें, जल एवं सीवेज नेटवर्क और स्टॉर्म वाटर सिस्टम शामिल हैं, जो इस औद्योगिक केंद्र को नई शहरी पहचान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
सबसे प्रमुख परियोजना गोपालपुरी गेट से सरदारदय क्रिकेट ग्राउंड तक का ‘आइकॉनिक गौरव पथ’ होगी, जो कच्छ में गांधीधाम के आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाएगा.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए Chief Minister ने कहा कि गांधीधाम, जिसे “कच्छ की आर्थिक राजधानी” कहा जाता है, अब राज्य की शहरी विकास नीति के तहत नए विकास शिखरों की ओर बढ़ रहा है.
उन्होंने बताया कि Prime Minister Narendra Modi की नीति “शहरीकरण को चुनौती नहीं, अवसर मानने की सोच” Gujarat के शहरों की रूपरेखा बदल रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य Government ने इस वर्ष शहरी विकास बजट में 40 प्रतिशत की वृद्धि की है और इसे बढ़ाकर 30,000 करोड़ रुपये कर दिया है.
Chief Minister पटेल ने कहा, “गांधीधाम के लिए घोषित 176 करोड़ रुपये Prime Minister के ‘ईज ऑफ लिविंग’ और समावेशी विकास के विज़न को मजबूत करेंगे.”
दौरान, Chief Minister ने ओस्लो सर्कल में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पुनर्स्थापित प्रतिमा का लोकार्पण किया. साथ ही ‘डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ब्रिज’ सहित फ्लाईओवर और संबंधित शहरी सुविधाओं का उद्घाटन किया.
गोपालपुरी स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल ऑडिटोरियम में नागरिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नगर निगम बनने के बाद गांधीधाम के विकास की गति तेज होगी.
उन्होंने बताया कि पहले गांधीधाम का वार्षिक बजट 110 करोड़ रुपये था. नगर निगम बनने के बाद यह बढ़कर 608 करोड़ रुपये हो गया है.
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में गांधीधाम को विभिन्न शहरी योजनाओं के तहत पहले से ही 255 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं.
Chief Minister ने कहा कि शुरू की गई परियोजनाएं संपूर्ण विकास का मॉडल हैं, जहां सड़कों, पानी, सीवरेज और उद्यान जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ आधुनिक फायर स्टेशन और स्मार्ट लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि Gujarat के शहरों ने देश को विकास की गति और पैमाने का उदाहरण दिया है.
Chief Minister ने 2001 के भूकंप के बाद कच्छ के पुनर्निर्माण में Prime Minister मोदी के नेतृत्व को याद करते हुए कहा कि आज Gujarat व्यापार, उद्योग, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी है क्योंकि उस समय मजबूत नींव रखी गई थी.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शहरों को भविष्य के विकास मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके लिए क्षेत्रीय वाइब्रेंट सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है.
राजकोट में होने वाला सौराष्ट्र–कच्छ क्षेत्रीय वाइब्रेंट सम्मेलन बड़े निवेश आकर्षित करेगा और कच्छ के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा.
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डीएससी