भाषा विवाद को लेकर आत्महत्या करने वाले छात्र के परिजनों से अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने की बात

Mumbai , 22 नवंबर . Maharashtra के कल्याण में भाषा विवाद को लेकर एक 19 साल के छात्र ने आत्महत्या कर ली है. अर्णव खैरे की आत्महत्या से हड़कंप मच गया है. Maharashtra के दोनों उपChief Minister अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने अर्णव के परिवार से फोन पर बातचीत की है.

भाषा विवाद में 19 वर्षीय अर्णव खैरे की जान जाने के बाद Maharashtra के उपChief Minister अजित पवार और शिवसेना के प्रमुख नेता व उपChief Minister एकनाथ शिंदे ने अर्णव के परिवार से बात कर उन्हें सांत्वना दी है. एकनाथ शिंदे ने कल्याण में रहने वाले खैरे परिवार से वीडियो कॉल के माध्यम से बातचीत करते हुए आश्वासन दिया कि Government पूरी तरह उनके साथ खड़ी है और मामले में न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि घटना की तुरंत और निष्पक्ष जांच की जाएगी तथा किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.

सीएम से बातचीत में अर्णव के पिता ने उपChief Minister से कहा कि इसके पीछे जो भी लोग हैं, उन पर कार्रवाई जरूर की जानी चाहिए. उपChief Minister ने भी आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल सभी लोगों पर कार्रवाई होगी, किसी को छोड़ेंगे नहीं. आरोप है कि लोकल ट्रेन में मराठी में बात नहीं करने पर कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसे अपमानित किया. इससे वह तनाव में आ गया और जब घर लौटकर आया तो अपनी जान दे दी.

इससे पहले इंटरनेट पर्सनालिटी तहसीन पूनावाला ने कहा कि अर्णव को हिंदी में बातचीत करने की वजह से मारा गया. जरा सोचिए कि एक 19 साल के लड़के ने क्या झेला होगा और परिवार पर क्या बीत रही होगी. उन्होंने कहा कि Maharashtra में भाषा को लेकर जो माहौल बन रहा है वह खतरनाक है. इस माहौल के लिए राज ठाकरे और मनसे को जिम्मेदार बताया.

Maharashtra में भाषा को लेकर विवाद काफी समय से चल रहा है. इसी साल जुलाई में मीरा रोड में मनसे के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार को मराठी ना बोलने पर पीटा गया था. इस पिटाई का वीडियो social media पर वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया था. तब इसकी जमकर निंदा हुई थी. Police ने आरोपियों पर कार्रवाई की थी और Maharashtra के सीएम ने भी कहा था कि Maharashtra में यह सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

एएमटी/डीएससी