मध्य प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया का काम तेज, रातभर काम कर रहे अधिकारी

Bhopal , 22 नवंबर . Madhya Pradesh में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची में सुधार और नए मतदाताओं के नाम जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है. इस प्रक्रिया में अधिकारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. एसआईआर का मुख्य उद्देश्य है कि मतदाता सूची से किसी भी योग्य मतदाता का नाम न छूटे. साथ ही, अयोग्य मतदाताओं के नामों को हटाकर पूरी मतदाता सूची सही और अपडेटेड हो.

Madhya Pradesh के बुरहानपुर में भी एसआईआर प्रक्रिया तेजी से चल रही है और इसमें अधिकारी देर रात तक काम कर रहे हैं. रात में खुद एसआईआर प्रक्रिया में जुटे रहे जिला उप शिक्षा अधिकारी राजेश पटेल ने को बताया, “टीम की ओर से एकत्रित किए गए फार्मों के सत्यापन और डिजिटलीकरण का काम बुरहानपुर शिक्षा केंद्र में किया जा रहा है. इसके अलावा, एक टीम नगर निगम में और एक अन्य टीम नेपानगर स्थित एसडीएम ऑफिस में भी इसी काम में जुटी हुई है.”

इस प्रक्रिया के तहत, पुराने वोटर लिस्ट में सुधार किया जा रहा है और पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जा रहे हैं. इस काम को पूरा करने के लिए अधिकारियों को दिनभर काम करने के साथ-साथ रात के समय भी कार्य करना पड़ रहा है, ताकि समय सीमा के भीतर यह प्रक्रिया पूरी हो सके.

इसी तरह, Madhya Pradesh के खंडवा में लोकल अधिकारी एसआईआर प्रक्रिया को आसान बनाने में लोगों की मदद कर रहे हैं. सेक्टर इंचार्ज नीरज कुमुद ने बताया, “2003 की वोटर लिस्ट में कई सुविधाएं दी गई हैं. उदाहरण के लिए, अब आप क्यूआर कोड देख सकते हैं, जिसे इंस्टॉल करके सभी के लिए उपलब्ध कराया गया है.”

उन्होंने आगे कहा, “लोग 2003 की वोटर लिस्ट ऑनलाइन चेक कर सकते हैं कि उनके माता-पिता या दादा-दादी का नाम शामिल है या नहीं और वे योग्य हैं या नहीं. अगर वे योग्य थे, तो उनके नाम दिखाई देंगे. पहले, कम डिटेल्स होती थीं, लेकिन अब ज्यादा जानकारी उपलब्ध है. पूरी मदद दी जा रही है ताकि लोग 2003 की वोटर लिस्ट से नाम चेक कर सकें.”

एसआईआर प्रक्रिया को लेकर खंडवा के एक स्थानीय, तालिब शेख ने कहा, “प्रक्रिया बहुत आसान है और अधिकारी पूरी तरह से जनता को गाइड कर रहे हैं. कुछ छोटी-मोटी दिक्कतें होती हैं, जैसे जब मां का नाम आता है लेकिन पिता का नाम नहीं आता, जिससे उस व्यक्ति का नाम लिस्ट में नहीं आता. हालांकि, जरूरी डॉक्यूमेंट जमा करके इसे ठीक किया जा सकता है और नाम आसानी से लिस्ट में जोड़ा जा सकता है.”

डीसीएच/