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New Delhi, 21 नवंबर . ग्रेटर नोएडा में आयोजित विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में भारतीय मुक्केबाजों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. भारतीय दल के प्रदर्शन से गदगद बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा है कि India मुक्केबाजी के क्षेत्र में अब दुनिया में बड़ी ताकत बन चुका है.
अजय सिंह ने कहा, “मैं इसे भारतीय मुक्केबाजी के लिए यादगार दिन कहना चाहता हूं. मुझे नहीं लगता कि हमारे इतिहास में कभी भी किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में India ने 9 मेडल सहित कुल 20 मेडल जीते हैं. यह एक लंबे सफर की शुरुआत है. हमारा फोकस एशियन गेम्स और ओलंपिक पर है.”
उन्होंने कहा कि विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में विजेताओं को पिछले दो विश्व मुक्केबाजी कप में मिले पॉइंट्स से दोगुने पॉइंट्स मिले. इससे मुक्केबाजों की रैंकिंग में भी काफी सुधार होगा और उन्हें बड़े टूर्नामेंट में बेहतर ड्रॉ मिलने में मदद मिलेगी.
विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने कहा, “इस सफलता का श्रेय बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और कोचिंग स्टाफ को जाता है. कुछ साल पहले तक, India दुनिया की रैंकिंग में नीचे था, लेकिन अब हम तीसरे स्थान पर हैं.”
निकहत जरीन ने 51 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता.
वहीं 54 किग्रा में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रीति ने कहा कि मैं लंबे समय बाद किसी बड़े इवेंट में हिस्सा ले रही थी. घरेलू दर्शकों के सामने खेलने से बड़ा फर्क पड़ा. मुझे खुशी है कि देश के लिए स्वर्ण पदक जीत सकी.
विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में भारतीय मुक्केबाजों ने 9 स्वर्ण, 6 रजत और 5 कांस्य पदक सहित कुल 20 पदक जीते.
भारतीय मुक्केबाजों के लिए 2026 काफी व्यस्त साल है. मुक्केबाज एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेंगे. वहीं जूनियर्स भी यूथ ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं.
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पीएके