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New Delhi, 21 नवंबर . सर्दी का मौसम जहां ठंडक लाता है, वहीं धूप की कमी, ठंडी हवाएं और प्रदूषण के कारण आंखों में जलन, सूखापन और रोशनी कमजोर होने की शिकायतें बढ़ जाती हैं. आयुर्वेद में आसान उपायों को अपनाने की सलाह दी जाती है, जिससे आंखों की सेहत सही रहती है.
India Government का आयुष मंत्रालय सर्दियों में नेत्र स्वास्थ्य को मजबूत बनाए रखने के लिए कुछ सरल और प्रभावी आहार संबंधी सुझाव देता है. सही आहार से आंखों की रौनक और सुरक्षा दोनों बनी रहती है. विशेष रूप से विटामिन ए, सी, ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी है.
इनमें सबसे ऊपर है गाजर और चुकंदर. गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ-साथ रतौंधी (नाइट ब्लाइंडनेस) से बचाव करता है. इसी तरह चुकंदर और पालक जैसे लाल-हरे रंग की सब्जियां आंखों के लिए बेहद फायदेमंद हैं. हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, चौराई, बथुआ और सरसों का साग भी सर्दियों में भरपूर मात्रा में खाना चाहिए.
आंवला सुपरफूड है. रोजाना एक ताजा आंवला या एक गिलास आंवला जूस का सेवन करने से आंखों में चमक आती है और इम्यूनिटी भी मजबूत होती है. रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने की सलाह भी दी गई है. त्रिफला आंखों की अंदरूनी सफाई करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से भी राहत देता है, जिसका असर सीधे नेत्र स्वास्थ्य पर पड़ता है.
इसके अलावा बादाम, अखरोट और काले तिल जैसे ड्राई फ्रूट्स और बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है, जो आंखों की नसों को मजबूत बनाते हैं और ड्राई आई सिंड्रोम से बचाव करते हैं.
सर्दियों में इन छोटे-छोटे आहार परिवर्तनों से न सिर्फ आंखों की रोशनी बरकरार रहती है, बल्कि कई जैसी समस्याओं का खतरा भी कम होता है.
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एमटी/एएस