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बेलेम (ब्राजील), 20 नवंबर . केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ब्राजील के बेलेम में संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) के तहत 30वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी30) के मौके पर दुनिया के नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें कीं.
इस दौरान Union Minister भूपेंद्र यादव ने जापान के पर्यावरण मंत्री हिरोताका इशिहारा से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने जॉइंट क्रेडिटिंग मैकेनिज्म (जेसीएम) को असरदार तरीके से लागू करने के साथ ही भारत-जापान सहयोग के दूसरे खास एरिया पर चर्चा की.
जापानी मंत्री के साथ मुलाकात को लेकर Union Minister ने Thursday को social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “बेलेम में सीओपी30 के दौरान जापान के पर्यावरण मंत्री हिरोताका इशिहारा के साथ बहुत सकारात्मक मीटिंग करके खुशी हुई. हमारी बातचीत का मुद्दा जॉइंट क्रेडिट मैकेनिज्म को सफलतापूर्वक लागू करने और भारत-जापान के बीच सहयोग के दूसरे अहम एरिया पर फोकस करना था.”
भूपेंद्र यादव ने सीओपी30 के दौरान जापानी पर्यावरण मंत्रालय द्वारा आयोजित 11वीं जेसीएम पार्टनर देशों की मीटिंग में भी हिस्सा लिया. वहीं, Union Minister ने इस सेशन को संबोधित करते हुए जापान और सभी जेसीएम पार्टनर देशों के साथ मिलकर काम करने के India के वादे को दोहराया.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने संबोधन में कहा, “जापान के साथ हमारा सहयोग दिखाता है कि कैसे हाई-इंटेग्रिटी, कोऑपरेटिव मैकेनिज्म पेरिस एग्रीमेंट को लागू करने के लिए मजबूत होते हुए सही टेक्नोलॉजी डिप्लॉयमेंट में इन्वेस्टमेंट को सपोर्ट कर सकते हैं.”
इस दौरान उन्होंने जर्मनी के पर्यावरण और क्लाइमेट एक्शन के फेडरल मिनिस्टर कार्स्टन श्नाइडर से भी मुलाकात की. दोनों नेताओं ने सीओपी30 में पेरिस समझौते के सिद्धांतों को सफलतापूर्वक लागू करने पर चर्चा की. इसके साथ ही दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच ग्रीन भविष्य के लिए क्लाइमेट एक्शन में सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा हुई.
Union Minister ने जर्मनी नेता से मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, “बेलेम में सीओपी30 के दौरान जर्मनी के पर्यावरण, क्लाइमेट एक्शन, नेचर कंजर्वेशन और न्यूक्लियर सेफ्टी के फेडरल मिनिस्टर कार्स्टन श्नाइडर के साथ एक बहुत ही प्रोडक्टिव मीटिंग हुई. हमने सीओपी30 में अच्छे से काम करने के लिए पेरिस एग्रीमेंट के सिद्धांतों को लागू करने पर एक फायदेमंद चर्चा की. हमने क्लाइमेट एक्शन में आगे सहयोग के तरीकों पर भी चर्चा की.”
इसके अलावा, वह डेनमार्क के क्लाइमेट, एनर्जी और यूटिलिटीज मिनिस्टर लार्स आगार्ड मोलर और यूरोपियन यूनियन कमिश्नर फॉर क्लाइमेट एक्शन वोपके होकेस्ट्रा से भी मिले. इस दौरान सीओपी30 के मुख्य एजेंडा पर चर्चा हुई, ताकि भारत-ईयू क्लाइमेट पार्टनरशिप के महत्वपूर्ण पहलुओं का रिव्यू किया जा सके.
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केके/डीकेपी