शेख हसीना के बेटे साजीब वाजेद ने कहा-यूनुस मेरी मां को छू भी नहीं सकते, पीएम मोदी का किया धन्यवाद

New Delhi, 20 नवंबर . बांग्लादेश की अपदस्थ Prime Minister शेख हसीना को इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल (आईसीटी) की ओर से मिली मौत की सजा को लेकर उनके बेटे और अवामी लीग पार्टी के सदस्य साजीब वाजेद ने से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने यूनुस Government पर जमकर हमला बोला. साथ ही उन्होंने Prime Minister Narendra Modi को धन्यवाद दिया.

सजीब वाजेद ने कहा, “आईसीटी का फैसला पूरी तरह से गैरकानूनी है. यह एक मजाक है. आपके पास एक ऐसी Government है जो पूरी तरह से बिना चुनी हुई, गैर संवैधानिक, गैर कानूनी है. उन्होंने इस ट्रिब्यूनल के 17 जजों को हटा दिया और एक नए जज को नियुक्त किया जिसे ट्रायल बेंच का कोई अनुभव नहीं है और उसने मेरी मां के बारे में सबके सामने बहुत बुरी बातें कही हैं. वह साफ तौर पर पक्षपाती है.”

सजीब से पूछा गया कि क्या मौत की सजा के ऐलान के बाद मुहम्मद यूनुस शेख हसीना को मारने की कोशिश कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, “नहीं, वे उन्हें मार नहीं पाएंगे. वे असल में सजा को कैसे लागू करेंगे? सबसे पहले, वे उन्हें पकड़ नहीं सकते. दूसरा, एक बार कानून का राज आ जाने पर यह पूरी प्रक्रिया खत्म हो जाएगी. यूनुस मेरी मां को छू नहीं सकते.”

शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने पीएम Narendra Modi का धन्यवाद करते हुए कहा, “मैं Prime Minister मोदी का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा. उन्होंने मेरी मां की सुरक्षा सुनिश्चित की है. उन्होंने मेरी मां की जान बचाई है. वह एक देश के मुखिया के तौर पर उन्हें कड़ी सुरक्षा में रख रहे हैं और इसके लिए मैं India Government और India के लोगों का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा.”

वहीं जब शेख हसीना के प्रत्यर्पण से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी का प्रत्यर्पण कराने के लिए ट्रीटी के साथ कानून होना चाहिए. सबसे पहले, एक लीगल Government होनी चाहिए, जो ये है नहीं. दूसरा, ड्यू प्रोसेस फॉलो किया जाना चाहिए, जो फॉलो नहीं किया गया है. प्रोसेस खुद लीगल होना चाहिए और बांग्लादेश में प्रोसेस पूरी तरह से गैर कानूनी थी. इसलिए मेरी मां का प्रत्यर्पण नहीं किया जा सकता.”

बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को सुनाई गई सजा और बांग्लादेश में आगामी चुनाव के बीच कनेक्शन को लेकर उन्होंने कहा, “बिल्कुल. उन्होंने जो किया है, वह यह है कि उन्होंने मेरी मां को दोषी ठहराया है. उन्होंने फिर से कानून में बदलाव किया है ताकि कोई भी जिस पर भी आरोप हो, वह चुनावों में हिस्सा न ले सके, जो कि पूरी तरह से सही प्रक्रिया का उल्लंघन है क्योंकि आप किसी को तब तक बैन नहीं कर सकते जब तक उसे दोषी न ठहराया जाए, इसीलिए उन्हें यह सजा जल्दबाजी में देनी पड़ी. उन्होंने हमारी पार्टी अवामी लीग को भी चुनावों से बैन कर दिया है. यहां कोई डेमोक्रेसी नहीं है.”

केके/वीसी