![]()
New Delhi, 19 नवंबर . केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के एक मामले में हाजीपुर, बिहार में स्थित पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के निर्माण विभाग के उप मुख्य अभियंता और तीन अन्य को गिरफ्तार किया.
सीबीआई के मुताबिक, इन आरोपियों ने निजी ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाने के बदले रिश्वत प्राप्त की और रेलवे परियोजनाओं में घटिया गुणवत्ता वाली निर्माण सामग्री का उपयोग करने पर चुप्पी साधी.
इसके परिणामस्वरूप Governmentी खजाने को भारी वित्तीय नुकसान हुआ. जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने 17 नवंबर को आरोपी कार्यालय अधीक्षक और उप मुख्य अभियंता को रंगे हाथों पकड़ा, जब वे रिश्वत के पैसे ले रहे थे. तलाशी के दौरान, 8 अलग-अलग लिफाफों और पैकेटों में रखे 98 लाख 81 हजार 500 रुपए की भारी नकदी बरामद की गई. यह नकदी निजी व्यक्तियों द्वारा दी गई थी और उन पर विभिन्न चिह्न और नाम अंकित थे. इसके अलावा, अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और गिरफ्तार किया गया.
सीबीआई ने अब तक बिहार, Jharkhand, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में 11 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी ली है. आगे की जांच और तलाशी जारी है. सभी गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और सीबीआई को हिरासत में पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है.
सीबीआई के अनुसार इस मामले की जांच मुखबिर की सूचना के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें यह पता चला कि आरोपी भ्रष्टाचार में लिप्त थे और रेलवे की परियोजनाओं में अनियमितताएं कर रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों में रेलवे के उप मुख्य अभियंता, उनके अधीनस्थ कार्यालय अधीक्षक, परियोजना प्रबंधक और एक निजी कंपनी, मेसर्स जेपीडब्ल्यू इंफ्राटेक के कर्मचारी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि हमें पहले सूचना मिली थी, इसके बाद इसकी जांच की गई और रिश्वत लेने वाले में रेलवे के उप मुख्य अभियंता और तीन अन्य लोगों के नाम सामने आए थे. इसके बाद कार्रवाई करते हुए उन्हें पैसा लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में और खुलासे के लिए पूछताछ की जा रही है. जल्द ही और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है.
–
एसएके/एबीएम