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New Delhi, 19 नवंबर . कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने Wednesday को इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक दयालु हृदय, लोगों के लिए गहरे प्रेम, मानवाधिकारों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता और अहिंसा में अटूट विश्वास रखने वाली नेता बताया.
सोनिया गांधी ने कहा कि India की पहली और एकमात्र महिला Prime Minister के रूप में इंदिरा गांधी ने गरीबी, अभाव, संघर्ष और असमानता को कम करने के लिए समर्पित नीतियों से हमारे देश का कायाकल्प किया.
इस दौरान सोनिया गांधी ने चिली की पूर्व President और संयुक्त राष्ट्र की पूर्व मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचलेट को 2024 का इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार प्रदान किया.
इस अवसर पर सोनिया गांधी ने बैचलेट की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके President कार्यकाल में चिली की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार हुआ, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ, कमजोर आबादी पर केंद्रित नीतियां बनाई गईं, और स्वास्थ्य एवं कल्याण के अधिकारों को बढ़ावा दिया गया. बैचलेट के कार्यकाल में बनाए गए कानूनों ने समानता, अधिकारों और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में मदद की.
इंदिरा गांधी स्मारक ट्रस्ट की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैचलेट को मानवाधिकारों और अहिंसा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता वाली एक दयालु नेता बताते हुए कहा कि इंदिरा की विरासत आज भी कई लोगों को प्रेरित करती है.
वहीं, बैचलेट ने पुरस्कार के लिए गहरा आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि शांति और प्रगति मानवीय गरिमा से अविभाज्य हैं. उन्होंने कहा कि मानवीय अधिकारों के अभाव में सम्पूर्ण मानव विकास असंभव है.
चिली की पूर्व President ने कहा, “आइए हम सभी देशों, पीढ़ियों और मतभेदों के बावजूद मिलकर काम करके इंदिरा गांधी के चिरस्थायी दृष्टिकोण का सम्मान करें ताकि सभी के लिए शांति, समानता और सम्मान को वास्तविकता बनाया जा सके.”
इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार की शुरुआत 1985 में की गई थी, जिसका उद्देश्य सामाजिक विकास, शांति, स्थिरता और कई अन्य क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं, पुरुषों और संस्थानों का सम्मान करके इंदिरा गांधी के अभूतपूर्व योगदान को याद करना है.
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एमएस/पीएके