![]()
New Delhi, 19 नवंबर . देश की 272 हस्तियों ने Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के ‘वोट चोरी’ के आरोपों की कड़ी आलोचना की है. कांग्रेस सांसद के खिलाफ खुला पत्र लिखने वाली हस्तियों में 16 रिटायर्ड जज, 14 पूर्व राजदूत और 123 सेवानिवृत्त नौकरशाह शामिल हैं.
पत्र में चुनाव आयोग समेत देश की संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ बयानबाजी पर चिंता जताई गई है. इसमें कहा गया है, “India का लोकतंत्र आधारभूत संस्थाओं के विरुद्ध जहरीली बयानबाजी से हमले का शिकार हो रहा है. कुछ नेता, वास्तविक नीतिगत विकल्प पेश करने के बजाए अपनी Political रणनीति के तहत भड़काऊ और निराधार आरोपों का सहारा लेते हैं.”
इस पत्र में कहा गया है, “भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और उपलब्धियों पर सवाल उठाए गए. न्यायपालिका की निष्पक्षता, संसद और उसके संवैधानिक पदाधिकारियों पर सवाल उठाकर उन्हें बदनाम करने के प्रयास किए गए. अब चुनाव आयोग अपनी ईमानदारी और प्रतिष्ठा पर व्यवस्थित और षड्यंत्रकारी हमलों का सामना कर रहा है.”
272 हस्तियों ने एक सुर में राहुल गांधी की तरफ से लगाए गए ‘वोट चोरी’ के आरोपों की कड़ी आलोचना की.
उन्होंने पत्र में लिखा, “Lok Sabha में विपक्ष के नेता ने बार-बार चुनाव आयोग पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें जो मिला है वह एक परमाणु बम है और जब यह फटेगा, तो चुनाव आयोग के पास छिपने की कोई जगह नहीं होगी. उन्होंने यह भी धमकी दी है कि चुनाव आयोग में ऊपर से नीचे तक जो भी इस काम में शामिल है, वह उसे बख्शेंगे नहीं.”
रिटायर्ड अधिकारियों ने पत्र में आगे लिखा, “इतने तीखे आरोपों के बावजूद उन्होंने निराधार आरोप और अपनी जवाबदेही से बचने के लिए निर्धारित शपथपत्र के साथ कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है.”
सभी हस्तियों ने चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया को भी सही ठहराया. उन्होंने पत्र में लिखा, “ईसीआई ने अपनी एसआईआर कार्यप्रणाली को सार्वजनिक रूप से साझा किया है. अदालत की निगरानी वाले तरीकों से सत्यापन हुआ. अयोग्य नामों को हटाया और नए योग्य मतदाताओं को जोड़ा है.”
विपक्ष के आरोपों पर इन सभी ने एक सुर में कहा, “ये आरोप संस्थागत संकट की आड़ में Political हताशा को छिपाने का एक प्रयास हैं.”
इस पत्र पर सभी 272 हस्तियों ने हस्ताक्षर किए हैं. Supreme court के पूर्व जज आदर्श कुमार गोयल और हेमंत गुप्ता के अलावा कर्नाटक के पूर्व चीफ जस्टिस और केरल, Gujarat, Rajasthan , उत्तर प्रदेश, पंजाब व दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों के भी हस्ताक्षर हैं.
इसके अलावा, पूर्व रॉ चीफ संजीव त्रिपाठी, पूर्व एनआईए डायरेक्टर योगेश चंदेर मोदी, कई राज्यों के पूर्व डीजीपी, आईटीबीपी के पूर्व डीजी आरके पचनंदा, यूनेस्को के पूर्व डायरेक्टर किशोर राव, कई केंद्रीय विभागों और राज्यों के पूर्व सचिव और आयकर विभाग के कई रिटायर्ड अधिकारियों ने भी पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं.
–
डीसीएच/एएस