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संभल, 19 नवंबर . उत्तर प्रदेश के संभल में साधु-संतों ने हरिहर मंदिर तक पदयात्रा निकालने का फैसला किया है. यह यात्रा कैला देवी धाम से संभल में हरिहर मंदिर तक पहुंचेगी. हालांकि, साधु-संतों की घोषणा के बाद संभल प्रशासन हाई अलर्ट पर है.
प्राचीन मंदिर नीमसार तीर्थ के महंत बाल योगी दीनानाथ ने से बातचीत कहा कि Wednesday को यह पदयात्रा कैला देवी धाम से शुरू हो रही है और हम सभी इसमें भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैं सभी सनातनियों से अपील करता हूं कि वे हमारे साथ जुड़ें, अपने जीवन को सार्थक बनाएं और इस क्षण के साक्षी बनें.”
महंत बाल योगी दीनानाथ ने कहा कि हम सोए हुए हिंदू नहीं, जागृत हिंदू हैं. यह पदयात्रा हिंदुओं में जागरूकता लाने का एक प्रयास है. हमारा प्रयास रहेगा कि हम परिकोटी की परिक्रमा करें, जो 1978 के दंगे के समय बंद किए गए.
कानून व्यवस्था के विषय पर उन्होंने कहा, “प्रशासन का काम प्रशासन करे, हमारा काम हिंदुओं को जगाने का है. प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करे. हम अपने समाज का खाते हैं, इसलिए हमें अपने समाज की जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है.”
मां कैलादेवी धाम के महंत ऋषिराज गिरि ने परिक्रमा की घोषणा की थी. उन्होंने फैसला लिया कि यह यात्रा मां कैलादेवी धाम से शुरू होकर आगे बढ़ेगी, जहां भक्त हरिहर मंदिर परिसर की परिक्रमा करेंगे. मंदिर से विवादित स्थल तक की कुल दूरी लगभग 22 किलोमीटर है. यह यात्रा शुरू में हयातनगर थाना क्षेत्र के गन्ना रोड स्थित मोतीनगर गांव तक वाहन के जरिए पूरी होगी. इसके बाद साधु-संतों के नेतृत्व में ढाई किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा शुरू होगी.
फिलहाल, पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. यातायात Police, आठ थानों की Police और चार क्षेत्राधिकारियों के अलावा 200 से ज्यादा रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात हैं. पूरे मार्ग और आसपास के इलाकों पर ड्रोन और cctv के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सत्यव्रत Police स्टेशन स्थित नियंत्रण कक्ष से लाइव निगरानी की जा रही है.
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डीसीएच/